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- पशु-पक्षी - हरियाली संरक्षण पर दो दिवसीय सेमिनार...
Posted by : achhiduniya
05 August 2022
जलवायु परिवर्तन का असर पूरी दुनिया पर हो रहा है।
तेजी से बढ़ते तापमान और जैव विविधता पर इसके असर पर चर्चा के लिए इंदौर में आज राष्ट्रीय शहरी जैव विविधता संरक्षण पर राष्ट्रीय
सम्मलेन हुआ। दो दिवसीय इस सेमिनार को द नेचर वॉलंटियर्स और वर्ल्ड रिसर्च आर्गेनाईजेशन
ने आयोजित किया है। इस आयोजन में देश के नामी शहर नियोजक और जैव विविधता विशेषज्ञ
शिरकत कर रहे हैं। इसमें शहरों की जैव विविधता को बचाने के उपायों पर चर्चा की जा
रही है। द नेचर वॉलंटियर्स के संस्थापक अभिलाष खांडेकर ने बताया शहरों में जैव
विविधता सहेजने के मकसद से ये कार्यक्रम किया गया है। देश के सबसे स्वच्छ शहर में आयोजित इस सम्मेलन
का मुख्य मकसद शहरों में खत्म हो रही हरियाली,तालाबों
पर संकट,पक्षियों और शहरी जीव जंतुओं की कम हो रही संख्या पर
चिंतन करना है। सरकार का इस ओर ध्यान आकर्षित करना है,जिससे
जैव विविधता बनी रही। इस कॉफ्रेंस के दौरान इंदौर घोषणा पत्र भी जारी किया जाएगा। उसमें
नगरीय क्षेत्रों में जैव विविधता सहेजने के उपायों और सुझावों को समेटा गया है। अभिलाष
खांडेकर ने कहा हम लोगों के प्रयास से ही सिरपुर तालाब को रामसर साइट में शामिल
किया गया। ये 140 साल पुराना तालाब है। इसमें
190 प्रजाति के जीव जंतु हैं। अब नगर
निगम को इस तालाब का संरक्षण करना पड़ेगा। इसके जीव जंतुओं और पक्षियों को बचाने
के उपाय करने होंगे। तालाब की नियमित सफाई और जलकुंभी को हटाना पड़ेगा। मछली पालन बंद करना पड़ेगा। सम्मेलन में
राष्ट्रीय जैव विविधता प्राधिकरण के अध्यक्ष डा. विनोद बिहारी माथुर, वेटलैंड्स इंटरनेशनल के भारतीय प्रमुख डा. रितेश कुमार,शहरीकरण के
विशेषज्ञ प्रो.पी राव,डा. हितेश वैद्य,मध्य
प्रदेश जैव विविधता बोर्ड के प्रमुख अतुल श्रीवास्तव, प्रसिध्द
पर्यावरणविद और वृक्ष विशेषज्ञ प्रदीप क्रिशन के अलावा पुणे,कोचीन,हैदराबाद, पुडुचेरी, भोपाल
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