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बाबा रामदेव का मेडिकल साइंस को तमाचा ..फेलियर है मेडिकल साइंस बूस्टर डोज लगने के बाद भी कोरोना संक्रमण होना..
Posted by : achhiduniya
03 August 2022
यह पहली बार नही जब योग गुरु बाबा रामदेव ने कोरोना वैक्सीन पर विवादित बयान दिया
है। कोविड से जंग के खिलाफ जब देश और दुनिया कोरोना वैक्सीन पर भरोसा कर रही थी, जब उन्होंने ऐलान किया था कि वह संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीन
नहीं लगवाएंगे। योग और आयुर्वेद का डबल डोज को सुरक्षा कवच बताते हुए रामदेव ने वैक्सीन लगवाने
से मना कर दिया था। उनका कहना था कि वह पिछले कई सालों से वह लगातार योग का अभ्यास
कर रहे हैं जिससे उन्हें संक्रमण का खतरा नहीं है। बाबा रामदेव ने दावा किया था
कि उन्हें कोरोना वैक्सीन की कोई जरूरत नहीं है। उनका कहना है कि वायरस के कितने भी
वेरिएंट आ जाएं, उन्हें संक्रमण से कोई खतरा नहीं होने वाला है
क्योंकि उन्हें योग संभाल लेगा। कोरोना को मात देने के लिए लोगों को अपनी-अपनी
इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करना होगा ताकि संक्रमण से बचा जा सके। लेकिन, कुछ ही दिनों के बाद बाबा रामदेव बैकफुट पर आ गए थे और उन्होंने
वैक्सीन लगवाने की बात कही थी। केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे कोरोना वैक्सीनेशन
प्रोग्राम पर उंगली उठाते हुए बाबा ने कहा कि बूस्टर डोज लगने के बाद भी अगर किसी
को कोरोना संक्रमण होता है तो यह मेडिकल साइंस का फेलियर है। उन्होंने कहा कि समय
के साथ ही अब दुनिया जड़ी-बूटियों की ओर लौटेगी। बाबा का कहना है कि गिलोय के ऊपर
रिसर्च करें और दवाइयां बनाएं तो भारत विश्व में सबसे बड़ी इकोनॉमी बन सकता है। यह
बात उन्होंने पतंजलि में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में कहीं। इससे पहले भी बाबा
रामदेव ने कोविड वैक्सीन को सवालों के घेरे में खड़ा किया था।
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