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- घटता सरकारी राशन स्टॉक,मुफ्त राशन योजना सरकार के गले की हड्डी न बन जाए...?
Posted by : achhiduniya
20 October 2022
कोरोना काल में केंद्र सरकार की ओर से पीएम गरीब
कल्याण अन्न योजना के नाम से मुफ्त राशन स्कीम का ऐलान किया गया था। इसके तहत हर
महीने प्रति व्यक्ति 5 किलो मुफ्त राशन दिया जाता है। कोरोना काल के दौर से चलाई जा रही मुफ्त राशन की स्कीम कब तक चलेगी इसका कोई अदांजा नहीं है, लेकिन इसकी वजह से देश में राशन का स्टॉक बीते साल की तुलना में आधे से भी कम हो गया है।मुफ्त राशन की स्कीम 30
सितंबर को समाप्त होने वाली थी। इससे पहले सरकार ने स्कीम को तीन महीने यानी इस
साल के
अंत तक के लिए बढ़ाने का फैसला ले लिया। वित्त मंत्रालय के मुताबिक तीन
महीने तक मुफ्त राशन की स्कीम को आगे बढ़ाने से खजाने पर 45,000 करोड़ रुपए का बोझ पड़ेगा। केंद्र सरकार की ओर से भारत सरकार की ओर से चलाई जा रही मुफ्त राशन की स्कीम दिसंबर के
बाद भी चलेगी या नहीं यह एक बड़ा सवाल है। सरकार ने इस साल अक्टूबर में इस स्कीम
को अगले तीन महीने के लिए बढ़ाते हुए दिसंबर तक कर दिया है। सरकार के फैसले के
बाद
अब व्यापारियों का कहना है कि सरकार इस स्कीम को ज्यादा समय तक आगे नहीं बढ़ा सकती
है क्योंकि देश के खाद्य भंडार पर लोड बढ़ रहा है और स्टॉक में कमी हो रही है।
सरकारी के पास के गेहूं का स्टॉक 1 अक्टबर को 22.7 मिलिटन टन पहुंच गया है। जबकि
एक
साल पहले इसी समय पर भारत के पास गेहूं का 46.9 मिलियन टन का स्टॉक था। हालांकि सरकारी अधिकारियों का
कहना है कि स्टॉक पर्याप्त है। सीमित आपूर्ति ने गेहूं की कीमतों को रिकॉर्ड ऊंचाई
पर पहुंचा दिया है। यूक्रेन युद्ध की वजह से बाहर से गेंहू लाना भी सरकार को काफी
महंगा पड़ेगा और मुश्किल भी। ऐसे में सरकार के पास केवल एक रास्ते बचते हैं कि वो
मुफ्त राशन की स्कीम को दिसंबर के बाद समाप्त करे दे। इस साल अगले तीन महीने में
गुजरात और हिमाचल में विधानसभा चुनाव भी होने हैं। ऐसे में स्कीम को आगे बढ़ाने के
फैसले को चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
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