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- कुदरत के तीन कड़वे नियम जो अटल सत्य है...
Posted by : achhiduniya
24 November 2022
प्रकृति का पहला नियम यदि खेत में बीज न डालें जाएं तो कुदरत
उसे घास-फूस से भर देती
हैं..ठीक उसी तरह से दिमाग में सकारात्मक विचार न भरे जाएँ
तो नकारात्मक विचार अपनी
जगह बना ही लेती है। प्रकृति
का दूसरा नियम:- जिसके पास जो
होता है..वह वही बांटता है...सुखी *सुख*
बांटता है..दुःखी *दुःख* बांटता है..ज्ञानी *ज्ञान* बांटता है..भ्रमित *भ्रम*
बांटता है.. भयभीत
*भय* बांटता हैं। प्रकृति
का तीसरा नियम:- आपको जीवन से जो कुछ भी मिलें उसे पचाना सीखो क्योंकि
*भोजन* न पचने पर रोग बढते है...पैसा न
*पचने* पर दिखावा बढता है...बात न *पचने*
पर चुगली बढती है...प्रशंसा न *पचने* पर
अंहकार बढता है...निंदा न *पचने* पर
दुश्मनी बढती है...राज न *पचने*
पर खतरा
बढता है..दुःख न *पचने* पर निराशा बढती है..और सुख न *पचने* पर पाप बढता है...बात कड़वी बहुत
है पर सत्य है।
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