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- इंसानी दिमाग को डिजिटलाइज कंट्रोल करेगा चीन बनाई चिप
Posted by : achhiduniya
12 November 2022
जिस प्रकार मिस्टर इंडिया फिल्म में हीरो अद्रशय
होकर गुंडो को सबक सिखाता है यह एक प्रकार की विकसित तकनीक को प्रदर्शित करती।
लंबे समय से हम लोग सुनते आ रहे हैं विज्ञान की दुनिया ऐसी चिप विकसित करने में
लगी है, जो हमारे शरीर में लगा दी जाएगी,
जिससे हमारी हर गतिविधि या आने-जाने की जानकारी पता लगाई जा सकती
है। निश्चित तौर पर ऐसी चिप तो विकसित हो चुकी हैं,लेकिन अब
चीन ने जिस चिप को विकसित किया है, वो इससे कई कदम आगे है।
चीन में तीसरे वर्ल्ड इंटैलिजेंस कांग्रेस के आयोजन में एक ऐसी चीज सामने आई जिससे
हर कोई हैरान रह गया। पक्के तौर पर अगर ये कारगर हुई तो इंसानी दुनिया का
भविष्य
बदलकर रख सकती है। ये हमें चलता फिरता कंप्युटर तो बना सकती है,लेकिन ये आशंका है कि इससे हम कहीं तकनीक की नई दुनिया में गुलाम ना बन
जाएं। चीन ने इसे ब्रेन रीडिंग चिप के तौर पर पेश किया है। इसका वैज्ञानिक नाम है
बीसी3 यानि ब्रेन कंप्युटर कोडेक चिप,वैसे
बोलचाल में इसे ब्रेन टाकर कहा जा रहा है। ये बहुत छोटी लेकिन जबरदस्त स्पीड से
काम करने में सक्षम चिप होगी यानि इस चिप के जरिए ब्रेन कंप्युटर
इंटरफेस (बीसीआई)
तैयार किया जा सकेगा। इस चिप को लगाते ही हमारे ब्रेन की हर गतिविधि, हर जानकारी, हर इच्छा और हर मर्जी को कंप्युटर
समझेगा। हम जो चाहेंगे वो वैसा करेगा यानि
वो हमारे नियंत्रण में होगा और हमारी हर मर्जी का पालन करेगा यानि हम जो चाहेंगे
कंप्युटर करने लगेगा। वैसे ये दावा किया गया है कि इससे ब्रेन के न्यूरो संरचना पर
कोई असर नहीं पड़ेगा। ये भी संभव है कि चिप लगाते ही आप किसी सर्वर या मास्टर
कंट्रोल रूम से जुड़ जाएं। जो
आपकी हर हरकत पर बारीक नजर रखे। यानि ये चिप आने वाले समय में आपको अगर बंधुआ
बना सकती है ये चिप अगर आपकी हर गतिविधि को रिकार्ड करेगी तो आप मुसीबत में भी फंस
सकते हैं और आप पर हमेशा एक अदृश्य नजर रहेगी। अगर चिप के जरिए दिमाग को पढा जान
लगेगा तो आपकी प्राइवेसी तो खत्म होगी बल्कि अगर आपके दिमाग में कोई साजिश या ऐसी
योजना पल रही है, जिससे व्यवस्था को खतरा हो सकता है तो आप
पकड़े भी जा सकते हैं। चीन के वैज्ञानिकों का कहना है कि केवल कंप्युटर ही क्यों
बल्कि कंप्युटर आधारित कोई भी डिवाइस, स्मार्टफोन बगैर हमारे
हरकत में या कोई बटन दबाए बगैर हमारी मर्जी से संचालित होने लगेंगे। मान लीजिए
आपने अपने दिमाग में ताजमहल की कोई जानकारी चाही तो आपके कंप्युटर की सक्रीन पर
तुरंत ताजमहल की सारी जानकारी दिखने लग जाएगी। इसी तरह अगर किसी डॉक्टर को कॉल
करना चाहते हैं तो चिप से जुड़ा स्मार्टफोन तुरंत आपके बोले बस आपने दिमाग की बात
समझ कर डॉक्टर को फोन घुमा देगा। ये चिप किस तरह लगेगी..क्या ये आपके दिमाग में
इंप्लांट होगी या आप इसे बाहर अपनी शरीर पर लगा सकेंगे-ये अभी साफ नहीं हुआ है।
हालांकि वैज्ञानिकों का कहना है कि इसे बाहर भी पहना जा सकेगा। यकीनन अगर कोई ऐसी
चिप हरकत में आ गई और लोग इसे पहनने पर सहमत हो गए तो ये दुनिया एक अलग दौर और अलग
तकनीक क्षेत्र में प्रवेश कर जाएगी। जैसे कि हर बात के दो पहलू होते हैं, उसी तरह इसके भी दो पहलु होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। ये तय है कि
अगर कोई चिप आपके दिमाग की बातों को पढ़ने लगेगा तो ये भी सही है कि आपकी सारी
जानकारी, सारी सोच और सारी गतिविधियां भी कंप्युटर में
रिकार्ड होंगी। अगर ये चिप किसी नेटवर्किंग या सर्वर या मास्टर कंट्रोल रूम से
जुड़ा होगा तो ये सारी बातें वहां भी बखूबी रिकार्ड होती रहेंगी। यानि साफ है कि
आप एक अदृश्य तौर पर हमेशा के लिए डिजिटल कैदी बन जाएंगे। वैसे ये कांसैप्ट नया
नहीं है। वैज्ञानिक इससे पहले भी बीसीआई
डिवाइस बना चुके हैं, जिससे पैरालाइज व्यक्ति अपने रोबोटिक
हाथ को नियंत्रित कर सकते हैं,लेकिन अब तक कोई ऐसी चिप नहीं
बनी जो आपके दिमाग में झांक सके या दिमाग को बाहुबली बना दे। ये ऐसी डिवाइस होगी
जो मानवीय ब्रेन को कंप्युटर्स से जोड़ेगी। इसे चीन के सरकारी विभाग चीन
इलैक्ट्रॉनिक कॉरपोरेशन और तियानजिन यूनिवर्सिटी ने मिलकर तैयार किया है।
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