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- पीएम मोदी ने बढ़ाया खिलाड़ियो का मनोबल दिया सक्सेस मंत्र....
Posted by : achhiduniya
18 January 2023
सांसद खेल महाकुंभ के अपने संबोधन में प्रधान मंत्री
नरेंद्र मोदी ने कहा एक वक्त था जब स्पोर्ट्स की
गिनती extra
curricular activity के तौर पर हुआ करती थी यानी
इसे पढ़ाई से अलग केवल टाइम पास का जरिया समझा जाता था। बच्चों को भी यही बताया और
यही सिखाया। इससे पीढ़ी दर पीढ़ी एक मानसिकता समाज के अंदर घर कर गई कि स्पोर्ट्स
उतना जरूरी नहीं है, वो जीवन और भविष्य का हिस्सा
नहीं है। इस मानसिकता से देश का बहुत बड़ा नुकसान हुआ। सांसद खेल महाकुंभ की एक और
विशेष बात है। इसमें बड़ी संख्या में हमारी बेटियां हिस्सा ले रही हैं और मुझे
विश्वास है बस्ती, पूर्वांचल, यूपी और
देश की बेटियां, ऐसे ही राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय
प्रतियोगिताओं
में अपना दम-खम दिखाती रहेंगी। अभी कुछ दिन पहले ही हमने देखा है कि वूमन अंडर-19, टी-20 वर्ल्ड कप में हमारे देश की कप्तान शेफाली वर्मा ने कितना
शानदार प्रदर्शन किया। बेटी शेफाली ने लगातार पांच गेदों में पांच चौके मारे और
फिर ओवर की आखिरी गेंद पर छक्का मारकर, एक ही
ओवर में 26 रन बना दिए। ऐसे ही कितना सारा टेलेंट भारत के कोने-कोने में है। इस
स्पोर्ट्स टैलेंट को तलाशने में, तराशने में इस तरह के सांसद
खेल महाकुंभ की बड़ी भूमिका है।
मैं आप सभी को, मेरे सभी युवा दोस्तों को इन
खेलों के लिए ढेर सारी शुभकामनायें देता हूँ। अभी मुझे खो-खो देखने का अवसर मिला।
हमारी बेटियां जिस चतुराई के साथ और टीम के साथ पूरी तरह टीम स्पिरिट से खेल रही
थी। वाकई बड़ा आनंद आ रहा था देखकर के खेल को। मैं जानता नहीं हूं मेरी ताली आपको
सुनाई दे रही थी कि नहीं दे रही थी,लेकिन
एक बढ़िया खेल खेलने के लिए और मुझे भी खो-खो
के खेल का आनंद प्राप्त करने का अवसर
देने के लिए मैं इन सभी बेटियों को बधाई देता हूं, उनका
अभिनंदन करता हूं। ये हमारी बस्ती, महर्षि
वशिष्ठ की पावन धरती है, श्रम और साधना, तप और त्याग की धरती है और एक खिलाड़ी के लिए उसका खेल भी एक साधना ही है, एक तपस्या है और जिसमें वो अपने आप को तपाता रहता है और सफल
खिलाड़ी का फोकस भी बहुत सटीक होता है और तब जाकर के एक के बाद एक नए-नए पड़ाव पर
विजयश्री प्राप्त करता हुआ वो आगे
बढ़ता है,सिद्धि
हासिल करते हुए। मुझे खुशी है कि बस्ती में हमारे सांसद के साथी भाई हरीश द्विवेदी
जी की मेहनत से इतने विशाल खेल महाकुंभ का आयोजन हो रहा है। भारत के खेलों में
परंपरागत-पारंगत स्थानीय खिलाड़ियों को ये खेल महाकुंभ नई उड़ान का अवसर देंगे।
मुझे बताया गया है कि भारत के करीब-करीब 200 सांसदों ने अपने यहां इसी तरह MP खेल स्पर्धा आयोजित की है जिसमें हजारों युवाओं ने हिस्सा लिया
है। मैं भी एक सांसद हूं, काशी का सांसद हूं। तो मेरे
काशी के संसदीय क्षेत्र में भी ऐसा खेल स्पर्धाओं का सिलसिला चल पड़ा है। इस तरह
के खेल महाकुंभ अनेक स्थानों पर कराकर, MP खेल
स्पर्धा कराकर, सभी सांसद नई पीढ़ी का भविष्य गढ़ने का काम कर
रहे हैं। सांसद खेल महाकुंभ में अच्छा प्रदर्शन करने वाले युवा खिलाड़ियों को
स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के ट्रेनिंग सेंटर्स में आगे की ट्रेनिंग के लिए भी
चुना जा रहा है। इससे देश की युवा शक्ति को बहुत लाभ होगा। इस महाकुंभ में ही 40
हजार से ज्यादा युवा हिस्सा ले रहे हैं और मुझे बताया गया कि पिछले साल की तुलना
में ये तीन गुना ज्यादा है। यूपी के मुख्यमंत्री श्रीमान योगी आदित्यनाथ जी, सांसद में मेरे साथी हमारे युवा मित्र भाई हरीश द्विवेदी जी, विभिन्न खेलों के खिलाड़ी, राज्य
सरकार के मंत्रीगण, विधायकगण अन्य सभी जनप्रतिनिधि, अन्य सभी वरिष्ठ महानुभाव और विशाल संख्या में मैं देख रहा हूं,चारों तरफ नौजवान ही नौजवान हैं। मेरे प्यारे भाइयों और बहनों,कितने ही सामर्थ्यवान युवा, कितनी ही
प्रतिभाएं मैदान से दूर रह गईं। बीते 8-9 वर्षों
में देश ने इस पुरानी सोच को पीछे छोड़कर, स्पोर्ट्स
के लिए एक बेहतर वातावरण बनाने का काम किया है। इसलिए अब ज्यादा बच्चे और हमारे
नौजवान स्पोर्ट्स को करियर के विकल्प के तौर पर देखने लगे हैं। फिटनेस से लेकर हेल्थ
तक team
bonding से लेकर तनाव मुक्ति के साधन तक professional success से लेकर personal improvement तक स्पोर्ट्स के अलग-अलग फायदे लोगों को नजर आने लगे हैं और खुशी
की बात ये है कि माता-पिता भी अब स्पोर्ट्स को गंभीरता से ले रहे हैं। ये बदलाव
हमारे समाज के लिए भी अच्छा है, स्पोर्ट्स के लिए भी अच्छा है।
स्पोर्ट्स को अब एक सामाजिक प्रतिष्ठा मिलने लगी है।
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