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- कैसे होता है मनी लॉन्ड्रिंग का गोरख धंधा....?
Posted by : achhiduniya
02 January 2023
मनी लॉन्ड्रिंग यानी पैसों की सफाई या धुलाई। काले
धन को सफेद करने के लिए इसका सहारा लिया जाता है। माफियाओं से शुरू हुआ ये तरीका
आज बिजनेसमैन,राजनेता और नौकरशाह भी इस्तेमाल
करते हैं। जो आदमी धन की हेराफेरी करता है उसे लॉन्डरर कहा जाता है। इस कारनामे को
कई तरीकों से अंजाम दिया जाता है। अंत में काला धन सफेद होकर कुछ परसेंट के कट के
साथ दोबारा अपने मूल मालिक के पास लौट आता है। मनी लॉन्ड्रिंग काले धन को सफेद
यानी लीगल करने का प्रोसेस है,लेकिन इसे किया कैसे जाता है, ऐसे कई तरीके हैं जिनके माध्यम से ब्लैक मनी को वाइट किया जाता है। ऐसा
कई बार सुनने में आता है कि उस सरकार इस शख्स को
सस्ते में जमीन मुहैया कराई गई थी।
इस पर काफी सवाल खड़े होते हैं कि ऐसा क्यों किया गया। दरअसल, मनी लॉन्डरिंग में
भी ऐसा किया जाता है। जहां महंगी जमीन, घर, दुकान को कागजों में सस्ते दाम पर खरीदता है ताकि उस पर टैक्स कम देना
पड़े। कई बार मनी लॉन्डरर ऐसा भी करते हैं कि वह पैसों को उठाकर ऐसे देश के बैंक
में जमा कर देते हैं जहां उसके देश की सरकार का कोई जांच करने का अधिकार न हो। इन
जगहों को सेफ हैवन कहा जाता है। कुछ समय पहले पनामा
इसलिए चर्चा में आया था
क्योंकि वहां बैंकों में बड़ी-बड़ी हस्तियों का काला धन होने की खबर सामने आई थी।
स्विस बैंक इस मामले में सबसे चर्चित बैंक है। आपने शैल कंपनियों के बारे में सुना
होगा। अगर नहीं तो हम बताते हैं। ये फर्जी कंपनियां होती हैं। इनमें कोई पूंजी
नहीं लगी होती। यहां कोई काम भी नहीं हो रहा होता। दरअसल,कई
बार तो जमीन पर कोई ढांचा भी नहीं होता। बस कागजों में एक कंपनी होती है जिसके
जरिए काले धन के मूल मालिक को पैसा मिल रहा होता है। ये काले धन को वैध बनाने के सबसे
चर्चित तरीकों में से एक है।