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- पहाड़ी इलाके उत्तराखंड के जोशीमठ-औली रोपवे पर आई दरारे...
Posted by : achhiduniya
16 January 2023
जोशीमठ में पानी निकलने के बारे में पता करने के लिए
विभिन्न संस्थान जांच में लगी हैं। एशिया की सबसे लंबी रोपवे के पूरी बिल्डिंग और इलाके में
दरार देखी गई हैं। 6 फीट गहरी और 6 इंच चौड़ी ये दरार हैं, पहले से ही रोपवे डेंजर जोन में था, लेकिन उसके बिल्डिंग के आसपास दरार नहीं थी, लेकिन अब दरार पड़ने के बाद रोपवे भी असुरक्षित हो गया है। जोशीमठ
से औली को जोड़ने वाले रोपवे में दरार आ गई है। रोपवे का संचालन फिलहाल बंद है, लेकिन अब एशिया के सबसे बड़े इस रोपवे पर भी खतरा मंडरा रहा है।
रोपवे संचालन के प्रबंधक
दिनेश भट्ट ने बताया कि पहले रोपवे में दरारें नहीं आई थी, लेकिन शाम को ही दरारें देखी गई हैं। छह फीट गहरी और छह इंच
चौड़ी ये दरारें हैं। उन्होंने बताया कि रोपवे को लेकर रोजाना रिपोर्ट भेजी जाती
है और अब दरारों की रिपोर्ट भी हायर अथॉरिटी को भेजी जाएगी। राज्य के मुख्य सचिव
सुखबीर सिंह संधु का कहना है कि साल 1976 में भी जोशीमठ में थोड़ी जमीन धंसने की
बात सामने आई थी। विशेषज्ञ जोशीमठ में सभी पहलुओं का अध्ययन कर रहे हैं और उनकी
रिपोर्ट आने के बाद यह मामला राज्य
मंत्रिमंडल के सामने रखा जाएगा और उसके आधार पर
ही कोई निर्णय किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जोशीमठ में आई आपका प्राकृति है। मुख्य
सचिव ने कहा कि अब तक जो रिपोर्ट के अनुसार, जोशीमठ
के नीचे कठोर चट्टानें नहीं हैं और इसलिए वहां भूधंसाव हो रहा है। जिन शहरों के
नीचे कठोर चट्टानें हैं, वहां जमीन धंसने की समस्या
नहीं होती है।
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