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- DL-CM,PB-CM,KL-CM पहुंचे TL-CM के पास जाने क्यू...?
Posted by : achhiduniya
18 January 2023
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, पंजाब के सीएम भगवंत मान, केरल के
सीएम पिनाराई विजयन सीपीआई के डी. राजा के अलावा समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश
यादव बुधवार को तीन राज्यों के मुख्यमंत्री तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव का
साथ देने पहुंचे। उन्होंने अपने इस राजनीतिक दौरे के लिए सबसे पहले खम्मम को चुना।
भारत राष्ट्र समिति के अध्यक्ष और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने इस
दौरान अपना संबोधन दिया। इस संबोधन में केंद्र की मेक इन इंडिया पर निशाना साधते
हुए KCR ने कहा, मेक इन इंडिया पहल विफल रही
हैं इसलिए रायथु बंधु जैसी कल्याणकारी योजनाओं को पूरे
देश में लागू किया जाना चाहिए। केसीआर ने आगे सवाल किया कि भारतीय समाज का लक्ष्य
क्या है? भारत अपने लक्ष्य से भटक रहा है? इस समय
देश में क्या हो रहा है? यह एक ऐसा सवाल है जो मुझे
परेशान कर रहा है। ये इस देश के लोगों की संपत्ति है, इसके लिए किसी से भीख मांगने की कोई जरूरत नहीं है। इसे विश्व
बैंक, अमेरिका या किसी अन्य विदेशी सहायता की
आवश्यकता नहीं है। अगर हमारे देश के पास लाखों करोड़ की संपत्ति है
तो हम दूसरों से भीख क्यों मांगते हैं। हम किसी भी विकसित देश से कम नहीं हैं,लेकिन हमें धोखे में रखा जा रहा है। BRS के उभरने की यही मुख्य वजह है। केसीआर ने आगे कहा कि अगर आप LIC को निजी हाथों को बेचते हैं तो हम इसका राष्ट्रीयकरण कर देंगे। बिजली
डिस्कॉम की रक्षा करेंगे व बिजली को सार्वजनिक रखेंगे। विशाखा स्टील प्लांट को
बेचने की बात की जा रही है। विशाखा स्टील को किसी भी सूरत में बेचा नहीं जाएगा। हम
एक बार फिर
इसका राष्ट्रीयकरण करेंगे। BRS की मांग
है कि दलित बंधु योजना को पूरे भारत में बड़े स्तर पर लागू किया जाए। हम महिलाओं के
लिए 35 प्रतिशत आरक्षण का प्रस्ताव भी रखते हैं। इसके अलावा हमारी मांग है कि अग्निपथ रद्द किया
जाए। क्योंकि यह नीति सेना पर ऊँगली उठाती है। इस दौरान अपने संबोधन में अखिलेश
यादव ने कहा कि सीएम केसीआर खम्मम मंच से देश को एक अच्छा संदेश दे रहे हैं। अखिलेश
यादव ने इस दौरान भाजपा पर चुनी हुई सरकारों को परेशान करने का आरोप लगाया। सपा
प्रमुख आगे कहते हैं कि अगले चुनावों में भाजपा की हार तय है। उनके शब्दों में, फासीवादी रवैये पर सवाल उठाने वाले नेताओं को परेशान करना
केंद्र की आदत बन गई है। जनवरी से सूर्य उत्तरायण में चला गया है और राष्ट्रीय
राजनीति दक्षिणायन में आ रही है।
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