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- स्कूली बच्चों का 7 किलो का बस्ता होगा 500 ग्राम महाराष्ट्र शिक्षा विभाग ने समेटा सेमेस्टर..?
Posted by : achhiduniya
24 June 2023
पालकों की हरदम शिकायत रहती थी कि बच्चों
के स्कूल बैग के बहुत ज्यादा बोझ को लेकर बच्चों व उनके स्कूल बैग के बोझ को कम
करने के लिए कुछ सरल उपाय निकालना चाहिए ताकि बच्चों के कंधे पर स्कूल बैग का बोझ
कम हो सके। महाराष्ट्र में
30 जून से नया शैक्षणिक सत्र 2023-24 शुरू
हो रहा है। किताबों के बोझ से बच्चों को हो रही परेशानी को देखते हुए सरकार ने
छात्रों के बस्ते का बोझ कम किया है। सरकार के इस फैसले के बाद एक ही किताब में
सभी विषय होने से स्कूल बैग का बोझ काफी कम हो गया है। महाराष्ट्र
में कक्षा 1 से लेकर 8वीं तक के छात्रों के बस्ते के बोझ को
देखते हुए एक अहम फैसला लिया गया है। राज्य सरकार ने पहली से 8वीं
तक के छात्रों के सिलेबस को प्रत्येक सेमेस्टर साल में चार सेमेस्टर के लिए एक ही
किताब में समाहित कर दिया यानी साल के चार सेमेस्टर के लिए चार किताबें। सरकार के
इस कदम से बच्चों के 6
से 7 किलो के बस्ते का वजन कम होकर सिर्फ 500 ग्राम हो
गया है। इस फैसले के बाद महाराष्ट्र में पहली से आठवीं तक के स्कूल के बच्चों के
स्कूल बैग में अब सिर्फ एक ही किताब और एक नोटबुक होगी।
इससे पहले 7 किताबें,7 नोटबुक
को बच्चे प्रतिदिन स्कूल बैग में लेकर जाते थे स्कूल। बालभारती के भंडार
व्यवस्थापक तुषार महाजन ने बताया कि बालभारती को यह पूरी जिम्मेदारी दी गई थी कि 30 तारीख
से पहले सभी स्कूलों में इस तरीके की किताबें पहुंच जाए। बाल भारती ने पहली से
आठवीं तक के छात्रों के सभी विषयों को एक किताब में समाहित किया है। इस कदम से
छात्रों के बस्ते का बोझ बहुत कम हो जाएगा क्योंकि अब केवल एक ही किताब में सारे
विषय को समाहित कर दिया गया है। पूरे शिक्षा क्षेत्र को 4 सेमेस्टर
में बांटा गया है,
फर्स्ट सेमेस्टर के लिए एक किताब बनाई गई है और हर
सेमेस्टर में वह एक किताब लेकर जाएगा। जिसमें सभी विषयों का समाहित किया गया है, हर
नए सेमेस्टर में वह किताब बदल लेगा।
सभी विषय को इसमें रखा गया है, स्कूल
का पहला सत्र खत्म होगा तो दूसरी किताब उसमें भी इसी तरीके से सभी विषय रहेंगे। एक
साल में 4 किताबें
हर विद्यार्थी को दी जाएगी,
चारों पुस्तक के सत्र शुरू होते ही विद्यार्थियों को
दे दी जाएगी। जब
विद्यार्थी स्कूल आएगा तो बस्ते में एक किताब और एक नोटबुक लेकर आएगा। जब दूसरा
सत्र शुरू होगा तो वह दूसरे सत्र की किताब लेकर आएगा,एक
ही किताब में सभी विषय होने से स्कूल बैग का बोझ काफी कम हो गया है।
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