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- “इलेक्ट्रॉनिक मिट्टी” से होगी भविष्य में खेती..जाने प्रकिया...?
Posted by : achhiduniya
27 December 2023
बड़ती आबादी के चलते बड़ते कांक्रीट के जाल से निकट भविष्य खेती के लिए जमीन उपलब्ध
नहीं होगा जिससे लोगों को भोजन संकट का सामना करना पड़ सकता है, इसके लिए
वैज्ञानिकों ने एक नया शोध किया है। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक मिट्टी बनाई है। यह एक तरह का सब्सट्रेट है, जिसे ई-सॉइल कहा जा रहा है। दावा है कि सब्सट्रेट में जौ (barley) के पौधे उगाए जाने पर उनमें 15 दिनों में 50 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हो सकती है।
पहले आपको सब्सट्रेट को समझना होगा। जमीन में मौजूद मिट्टी से
इसका कोई वास्ता नहीं है। यह
एक तरह की हाइड्रोपोनिक खेती है, जिसमें पौधे बिना मिट्टी के उगते हैं। उन्हें जरूरत होती है पानी की, मिनरल्स की और एक सब्सट्रेट की, जिससे पौधे की
जड़ें जुड़ी रह सकें। वैज्ञानिकों ने जिस सब्सट्रेट को डेवलप किया है, उससे पौधों की जड़ों को इलेक्ट्रॉनिकली
उत्तेजित किया जाता है,ताकि उनका तेजी से विकास हो पाए। स्वीडन की लिंकोपिंग
यूनिवर्सिटी ने इस स्टडी को किया है। स्टडी में शामिल एसोसिएट प्रोफेसर एलेनी
स्टावरिनिडो ने कहा कि दुनियाभर में आबादी बढ़ रही है। क्लाइमेट चेंज की समस्या
भी है। हम मौजूदा एग्रीकल्चर के तरीकों से दुनिया की खाने की जरूरत को पूरा नहीं कर
पाएंगे।
उन्होंने कहा कि हाइड्रोपोनिक तरीकों से
शहरी वातावरण में भी भोजन को उगाया जा सकता है। याद रहे कि कुछ इसी तरह की तकनीक
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में भी इस्तेमाल की जाती है। वैज्ञानिक वहां कई तरह की
चीजें उगा चुके हैं। इलेक्ट्रॉनिक मिट्टी से संबंधित स्टडी को जर्नल प्रोसीडिंग्स
ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज में पब्लिश किया
गया है। स्टडी कहती है कि जिन पौधों की जड़ों को बिजली से उत्तेजित किया गया, वो 15
दिनों में 50 फीसदी से ज्यादा बढ़ गए। खास बात है कि इस तरह की खेती बंद
जगहों पर हो सकती है और कम से कम पानी का इस्तेमाल किया जाता है।