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- अगर चाहते है शनि की साढ़ेसाती,ढैय्या और महादशा से बचना तो करें व्यवहार में ऐसे बदलाव...
Posted by : achhiduniya
27 February 2024
ज्योतिष शस्त्रों में शनि
को सूर्य पुत्र व न्याय
प्रिय ग्रह बताया गया है। जो मनुष्य को उसके कर्मों के आधार पर अच्छे और बुरे फल
प्रदान करता है। इसी कारण इसे दंडाधिकारी,न्याय का देवता और
कर्मफलदाता भी कहा जाता है। शनि कर्मफलदाता भी हैं। शनि उन लोगों को अवश्य ही दंड देते हैं जो दूसरों के हक छीनने का
काम करते हैं। कभी किसी के अधिकार और हक न छीने ऐसा करने से शनि भयंकर नाराज होते
हैं। शनि ऐसे
लोगों को राजा से रंक बनाने में देर नहीं करते हैं जो अपनी शक्ति और पद का अभिमान
करता है,जो ऐसा करते हैं उन्हे शनि अपनी महादशा, साढ़ेसाती और ढैय्या के दौरान सजा देने के काम करते हैं। अक्सर
लोगों को भ्रम हो जाता है
कि शनि जब अशुभ हों तो शनि का दान, सरसों का तेल चढ़ाकर प्रसन्न किया जा सकता है,लेकिन ऐसा नहीं है। शनि के उपाय तभी फलीभूत होते हैं,जब आप
अपना आचरण भी ठीक रखते हैं। शनि देव कमजोर और
असहाय लोगों को भी प्रतिनिधित्व करते हैं। जो लोग इन लोगों का भला करते हैं। समय
समय पर मदद को आगे आते हैं शनि महाराज विशेष कृपा प्रदान करते हैं। जो लोग नियमों
का पालन करते हैं, शनि
उन्हें कभी कष्ट नहीं देते हैं,नियम-कानून
को कभी नहीं तोड़ना चाहिए। जो लोग जानबूझकर नियमों की अनदेखी करते हैं,उनकें शनि कठोर दंड देते हैं।
नशा नहीं करना चाहिए, शनि ऐसे लोगों का जीवन कष्टों से भर देते हैं, जो किसी भी
तरह का नशा करते हैं, ऐसे
लोगों की सुख-शांति सभी कुछ शनि देव छीन लेते
हैं। यदि किसी
को भयंकर कष्ट हैं,पीड़ा में
है और उसे मदद की आवश्यकता है। जो लोग ऐसे समय में मनुष्य या जीव-जंतु की मदद करते
है, शनि ऐसा करने वालों से अपार
प्रसन्न होते हैं। समय आने पर शनि ऐसे लोगों को छप्पर फाड़कर देते हैं। शनि उन लोगों पर अपनी कृपा अवश्य बरसाते हैं जो कुष्ट रोगियों की
सेवा करते हैं,उनके लिए
दवा-पट्टी आदि की व्यवस्था करते हैं। शनि उन लोगों को भी विशेष आशीर्वाद प्रदान
करते हैं, जो
प्रकृति को बेहतर बनाने में योगदान देते हैं। अपने आसपास पर्यावरण की देखभाल करनी
चाहिए। जीव-जंतुओं की सेवा करने से भी शनि प्रसन्न होते हैं।
शनि नियम और अनुशासन
हैं। जो लोग इनका पालन नहीं करते हैं,उन्हें समय आने पर शनि कठोरतम दंड़ प्रदान
करते हैं। जो लोग धन आने पर उसका गलत प्रयोग करते हैं, दूसरों का अहित करने के लिए धन का व्यय करते हैं, शनि ऐसे लोगों को कभी माफ नहीं करते हैं। धन का इस्तेमाल लोक
कल्याण के लिए करना चाहिए।