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- किसान सरकार से फिर भिड़ने को तैयार तीन कृषि कानून निरस्त के बाद भी सरकार पर वादा खिलाफी का लगा रहे इल्जाम....
किसान सरकार से फिर भिड़ने को तैयार तीन कृषि कानून निरस्त के बाद भी सरकार पर वादा खिलाफी का लगा रहे इल्जाम....
Posted by : achhiduniya
10 February 2024
चंडीगढ़ में पत्रकारों को संबोधित करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने आरोप लगाया कि जब किसानों ने अब निरस्त किये जा चुके तीन कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था, तब केंद्र ने एमएसपी को कानूनी गारंटी देने का वादा किया था, लेकिन कॉरपोरेट क्षेत्र के दबाव के कारण सरकार अपना वादा पूरा नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि मार्च की तैयारियां चल रही हैं और किसान कई जगहों पर ट्रैक्टर रैलियां निकाल रहे हैं। डल्लेवाल ने कहा,केवल पंजाब से ही नहीं, हरियाणा
सहित अन्य राज्यों के किसान भी इस मार्च में हिस्सा लेंगे। किसान शंभू, खनौरी और डबवाली बॉर्डर से दिल्ली की ओर जाएंगे। किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी के अलावा, किसान स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने, किसानों और खेत मजदूरों के लिए पेंशन, कृषि ऋण माफी, पुलिस मामलों को वापस लेने और लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों के लिए न्याय की भी मांग कर रहे हैं। किसान फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी के लिए कानून बनाने सहित कई अन्य मांगों को लेकर 13 फरवरी को दिल्ली तक मार्च करेंगे।
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने दावा किया कि देशभर से 200 से अधिक किसान संगठन दिल्ली चलो मार्च में भाग लेंगे। ये सभी संगठन संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा का हिस्सा हैं।