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- देशद्रोह का चले मुकदमा शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती पर जगदगुरु रामभद्राचार्य ने की मांग...
Posted by : achhiduniya
06 December 2024
जगदगुरु
रामभद्राचार्य ने शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद को लेकर कहा कि मैं तो कह रहा हूं
कि वो शंकराचार्ज ही नहीं है, जो कश्मीर में अनुच्छेद 370
को वापस लाने की बात
कर रहा हो, जो उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाने की बात कर रहा हो,
जो बाला साहेब ठाकरे
को जनाब कह रहा हो, वो कोई शंकरार्चाय है क्या?
मैंने पहले ही दिन
कह दिया था कि वो कोई
शंकराचार्य नहीं है। उस पर तो देशद्रोह का मुकदमा चलाना चाहिए। ये कोई पहला मौका नहीं है जब जगदगुरु रामभद्राचार्य
ने शंकराचार्य सरस्वती पर निशाना साधा हो। कुछ
समय पहले भी उन्होंने कहा था कि ये
कैसा शंकराचार्य है,जो कश्मीर में अनुच्छेद 370 को वापस लाने की मांग
कर रहा है। बीते दिनों एक
निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में शंकराचार्य ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर के अलावा भी
देश में नागालैंड और अन्य राज्य हैं जहां पर राज्यों को विशेष दर्जा प्राप्त है,लेकिन वहां पर मुस्लिम आबादी कम है, इसलिए हिंदू मुस्लिम राजनीतिक वहां नहीं
हो सकती है। वहीं जम्मू कश्मीर में बाकी विशेष दर्जा वाले राज्यों की तुलना में
स्थिति अलग है। दूसरी बात ये है कि जब वहां पहले से ही अनुच्छेद लागू था तो वहां
अनुच्छेद 370 के अंतर्गत रणबीर दंड संविदा 298 क और ख लागू था।
जिसके तहत गाय
को मारने वाले को 10 साल की सजा और जुर्माने का प्रावधान था। इसके हटाए
जाने से गौ हत्या सहज हो गया यानी अनुच्छेद 370 हटाने से हिंदुओं के साथ अन्याय हुआ है। कुछ दिन पहले ही ज्योतिष पीठ के
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने रामभद्राचार्य को चुनौती देते हुए कहा था
कि मैं जम्मू-कश्मीर के रणबीर दंड संविदा पर चर्चा के लिए उनको सीधी चुनौती देता
हूं। शंकराचार्य ने उस दौरान कहा था कि रामभद्राचार्य ने मेरे राजनीतिक
समझ पर सवाल उठाए हैं। हम उनका सम्मन करते हैं क्योंकि वह हमसे बड़े हैं,लेकिन कभी-कभी वो वह ज्यादा बोल जाते हैं। रामभद्राचार्य ने कहा कि चारों शंकराचार्य में
कोई भी उनसे 5 मिनट संस्कृत में नहीं बोल सकते हैं,लेकिन सच्चाई ये है कि वह चारों
शंकराचार्य से कभी सीधे आकर बात करते कहां हैं।