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शनिवार और हनुमान जन्मोत्सव दुखो से छुटकारे का दुर्लभ संयोग जीवन में सकारात्मक बदलाव, शांति और सुख-समृद्धि का आगमन...
Posted by : achhiduniya
11 April 2025
विशेषकर हनुमान जन्मोत्सव और
शनिवार का संयोग एक साथ होता है, तो इससे दो महत्वपूर्ण ग्रहों (शनि और मंगल) का
आशीर्वाद मिलता है। हनुमान जी वीरता, शक्ति और साहस के देवता हैं,
जबकि शनि देव न्याय और कर्म के दाता हैं।
इस खास दिन पर इन दोनों के आशीर्वाद से व्यक्ति के जीवन में हर तरह का संकट और
अशांति खत्म हो सकती है। यह संयोग उन लोगों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है जो शनि
के प्रभाव से पीड़ित हैं और जिन्हें जीवन में मानसिक तनाव या काम में बाधाएं आ रही
हैं। इस दिन किए गए उपायों और पूजा से शनि की प्रतिकूल स्थिति को शांत किया जा
सकता है,जिससे
जीवन में सुख,शांति
और समृद्धि आती है। हनुमान जन्मोत्सव शनिवार
के दिन पड़ता है तो इसका आध्यात्मिक महत्व कई गुना बढ़ जाता है। इस दिन व्यक्ति को
विशेष रूप से उन उपायों को
अपनाना चाहिए जो जीवन में सकारात्मक बदलाव,
शांति और सुख-समृद्धि लाने में प्रभावशाली
है। शनि और हनुमान जी दोनों की कृपा से व्यक्ति को जीवन में आने वाली सभी तरह की
बाधाओं से मुक्ति मिलती है, खासकर शनि दोष, मानसिक तनाव और जीवन में आने वाली कठिनाइयों से। इस दिन हनुमान चालीसा का पाठ करना अत्यंत शुभ
होता है। विशेषकर शनिवार के दिन इस पाठ का 7 या 11 बार पाठ करना अत्यंत प्रभावशाली माना जाता है। इससे
न सिर्फ शनि दोष शांत होता है बल्कि मानसिक शांति और शक्ति भी मिलती है। इस दिन हनुमान जी की पूजा में सिंदूर,
चमेली का तेल, लाल फूल, गुड़ और चना चढ़ाएं। हनुमान जी को ऐसा नैवेद्य
चढ़ाने से उनकी कृपा प्राप्त होती है और वे अपने भक्तों को संकटों से मुक्ति
दिलाते हैं। शनिवार के दिन पीपल
के पेड़ की पूजा का विशेष महत्व है।
पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाएं और उसकी सात बार परिक्रमा करें। यह शनि देव की शांति के लिए बहुत फलदायी होता है और हनुमान जी की कृपा भी मिलती है। शनि देव के मंत्र का जाप करने से शनि के कष्टों से मुक्ति मिलती है। शनिवार के दिन "ॐ शं शनैश्चराय नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें। इससे शनि देव प्रसन्न होते हैं और अपनी कृपा प्रदान करते हैं। हनुमान जन्मोत्सव और शनिवार के दिन दान करने का विशेष महत्व है। इस दिन गरीबों को भोजन कराएं, काले तिल और नीले वस्त्र दान करें और हनुमान जी के प्रिय लड्डू और गुड़ का विशेष दान करें। इससे पुण्य की प्राप्ति होती है और जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। शनिवार के दिन हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर सुंदरकांड का पाठ करने से घर में सुख-शांति आती है। इस पाठ से मानसिक शांति मिलती है और घर का माहौल भी सकारात्मक बनता है।
साथ ही इस दिन हनुमान मंत्र का 108
बार जाप करें, जिससे जीवन में आने वाली सभी तरह की बाधाएं दूर
होती हैं। शनिवार की रात
हनुमान जी के मंदिर में तेल का दीपक जलाएं। इससे शनि का प्रभाव कम होता है और
हनुमान जी की कृपा मिलती है। तेल का दीपक शनि के दोषों को शांत करने में सहायक
होता है और इसे पवित्रता और शांति का प्रतीक भी माना जाता है। शनिवार के दिन तिल के तेल और काले तिल का प्रयोग
विशेष रूप से लाभकारी होता है। हनुमान जी और शनि देव को काले तिल बहुत पसंद हैं,
इसलिए पूजा में इनका प्रयोग करके आप उनकी
कृपा पा सकते हैं। काले तिल का सेवन या दान करने से पापों का नाश होता है और
सौभाग्य में वृद्धि होती है।
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