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- इंद्रायणी नदी पुल दुर्घटना हादसा-चूक या प्रशासनिक लापरवाही....?
Posted by : achhiduniya
16 June 2025
महाराष्ट्र के
पुणे जिले के मावल तहसील के पास इंद्रायणी नदी पर बना 30
साल पुराना सुकाव
ब्रिज रविवार दोपहर उस समय ढह गया, जब पर्यटकों की भारी भीड़ ब्रिज पर सेल्फी
ले रही थी। इस दर्दनाक हादसे में अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है,
38 घायल हैं। इनमें 7
की हालत गंभीर बताई
जा रही है। पुल को नीचे से कोई मजबूत सपोर्ट नहीं मिला था, जिससे ओवरलोड होने पर वह टूट गया। प्रशासन
और पर्यटकों की दोहरी लापरवाही सामने आई है। इस कारण इतना बड़ा हादसा हो गया। इस
लापरवाही की भरपाई भी नहीं की जा सकती है। 30 साल पुराना ब्रिज काफी जर्जर हालत में था।
नए ब्रिज के लिए टेंडर तो निकला लेकिन पुराने पुल को तोड़ा नहीं गया। प्रशासन ने
पुल पर केवल एक बोर्ड लगाया था, लेकिन किसी तरह की बैरिकेडिंग या रोकथाम
के ठोस उपाय नहीं किए गए।
हादसे के समय पुल पर भारी भीड़ थी। कुछ पर्यटक बाइक लेकर
भी पुल पर पहुंच गए, जिससे पुल पर अतिरिक्त लोड बढ़ गया। पुल
पर एक बार में एक ही बाइक निकल सकती थी, लेकिन एक साथ 7-8 बाइकें आ गईं। भारी भीड़ और वजन के कारण
पुल ढह गया। पुल पर सिर्फ चेतावनी बोर्ड लगाया गया, लेकिन आवाजाही पर रोक नहीं लगाई गई। भीड़
नियंत्रित करने के लिए कोई सुरक्षात्मक इंतजाम नहीं किए गए। चेतावनी के बावजूद
भारी संख्या में लोग सेल्फी और फोटोज़ के लिए ब्रिज पर चढ़ गए। कुछ लोग प्रतिबंध
के बावजूद बाइक लेकर ब्रिज पर पहुंच गए। सेल्फी के चक्कर में चार लोगों की मौतें
हो गईं।
स्थानीय लोगों और प्रत्यक्षदर्शियों ने
बताया कि हादसे से पहले सेल्फी लेने वालों की संख्या काफी बढ़ गई थी। रेस्क्यू टीम
के सदस्यों ने बताया कि पुल के अचानक गिरते ही लोग पानी में गिर पड़े। कुछ लोग
बहाव में बह गए जिन्हें तुरंत निकाला गया। सरकार सख्ती से नियमों पर अमल करवाएं। प्रशासन की ओर से 7
दिन पहले ही टूरिस्ट
स्थलों पर चेतावनी जारी की गई थी। सेल्फी के चक्कर में जान जोखिम में ना डालें।
फिर भी लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे थे। आपदा प्रबंधन मंत्री गिरीश महाजन ने
कहा था कि लोगों से अपील है कि पर्यटन स्थलों पर नियमों का पालन करें। सेल्फी की
लालसा में अपनी और दूसरों की जान जोखिम में न डालें। सरकार और प्रशासन पूरी
सतर्कता बरत रहा है।