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- पृथ्वी के घूमने की गति हुई तेज दिन-रात के समय में आएगा जाने कितना अंतर...?
Posted by : achhiduniya
24 July 2025
कुछ दिनों में धरती
की इक्वेटर से चंद्रमा की दूरी ग्रह के घूमने की गति को बढ़ा सकती है,
उसी तरह जैसे एक घूमता हुआ लट्टू अपनी धुरी
बदलने पर तेजी से घूमता है। जलवायु संबंधी बदलाव, जैसे बर्फ का पिघलना और भूजल का प्रवाह
भी पृथ्वी के रोटेशन में बदलाव की वजह बने
हैं। यहां तक कि भूकंप और मौसमी परिवर्तन भी दिनों की लंबाई पर असर डाल सकते हैं। खास
बात यह है कि 2020 में,
वैज्ञानिकों ने धरती के रोटेशन को 1970
के दशक के बाद से किसी भी समय की तुलना
में तेजी से दर्ज किया। ऐतिहासिक रूप से देखा
जाए तो धरती का रोटेशन धीरे-धीरे
धीमा होता चला गया है। आज से करीब 1 से 2 अरब साल पहले, एक दिन महज 19 घंटे का हुआ करता था, खासकर इसलिए क्योंकि चंद्रमा धरती के बहुत करीब
था और उसके गुरुत्वाकर्षण का असर बहुत ज्यादा था। अध्ययनों से यह भी पता चला है कि
करीब 7 करोड़
साल पहले रहने वाले टायरानोसॉरस रेक्स के दौर में औसत रोजाना का रोटेशन करीब 23
1/2 घंटे का रहा होगा। फिर
समय के साथ, चंद्रमा
जैसे-जैसे धरती से दूर होता गया, दिन लंबे होते चले गए।
आमतौर पर, धरती पर एक दिन करीब 86,400 सेकंड या 24 घंटे का होता है, लेकिन साइंस न्यूज पोर्टल लाइव साइंस के अनुसार धरती का रोटेशन अभी स्थिर नहीं है। यह कई वजहों से प्रभावित भी है, जिनमें चंद्रमा और सूर्य का गुरुत्वाकर्षण बल, ग्रह का चुंबकीय क्षेत्र और प्राकृतिक या मानवीय गतिविधियों के कारण पृथ्वी के द्रव्यमान में बदलाव शामिल हैं। हालांकि अगले कुछ हफ्तों में चंद्रमा की स्थिति में बदलाव की वजह से धरती पर दिन थोड़े छोटे हो जाएंगे। धरती तेजी से घूम रही है और इस वजह से दिन छोटे होते जा रहे हैं। इस हफ्ते अब तक साल के सबसे छोटे दिन देखे गए हैं। यूएस नेवल ऑब्जरवेटरी और इंटरनेशनल अर्थ रोटेशन एंड रिफ्रेंस सिस्टम सर्विस द्वारा शुक्रवार को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, बुधवार के दिन धरती का रोटेशन 24 घंटे से करीब 1.34 मिलीसेकंड कम था।
टाइम एंड डेट
वेबसाइट के पूर्वानुमानों के अनुसार इस महीने के अंत में और अगस्त की शुरुआत में और
तेज चक्कर लगने की उम्मीद है। एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि आने वाले
हफ्तों में धरती सामान्य से तेज गति से घूमेगी, जिससे दिन थोड़े छोटे हो जाएंगे। लाइव साइंस ने
वैज्ञानिकों की रिपोर्ट के अनुसार यह जानकारी दी है कि 9 जुलाई, 22 जुलाई और 5 अगस्त को चंद्रमा की स्थिति धरती के रोटेशन को
प्रभावित करेगी, जिससे
हर दिन 24 घंटों
से 1.3 से 1.51
मिलीसेकंड छोटा हो जाएगा।