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- आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ने का साहस नहीं था,कांग्रेस ने आतंकवाद को पनपने दिया
Posted by : achhiduniya
28 July 2025
जेडीयू सांसद और
पंचायती राज मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने आतंकवाद को पनपने
दिया। यूपीए
में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ने का साहस नहीं था। आप खानापूर्ति करते
और घड़ियाली आंसू बहाते थे। मुंबई की घटना के मुख्य सूत्रधार को आप नहीं ला
सके। भाजपा उसको भारत में लाई। भारत ने पहली बार
आतंकवाद के खिलाफ लड़ने का काम 2016 में शुरू हुआ। प्रधानमंत्री ने
आतंकियों को घर में घुसकर मारने का संकल्प लिया और काम शुरू किया। उरी के बाद हमने
सर्जिकल स्ट्राइक की,पुलवामा हमले के बाद
मोदी सरकार ने एयर स्ट्राइक की। पंचायती राज मंत्री ने कहा कि कांग्रेस प्रधानमंत्री
मोदी को सिखा रही है।
कांग्रेस ने आतंकवाद के खिलाफ कितनी लड़ाई लड़ी?
कांग्रेस ने तो कभी कुछ किया ही नहीं। देश की एकता और
अखंडता से मजाक मत करिए। ललन सिंह ने कहा कि यूपीए के
किसी प्रधानमंत्री ने आतंकवाद को नेस्तनाबूद करने का संकल्प नहीं लिया। ये प्रधानमंत्री
मोदी का संकल्प था। 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के बाद प्रधानमंत्री मोदी
विदेश यात्रा स्थगित करके देश वापस लौटे। 24 अप्रैल को पंचायती राज दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी
ने बिहार के मधुबनी से कहा था कि भारत इसका जवाब कल्पना से परे पाकिस्तान को देगा। उन्होंने पूरी
दुनिया को संदेश दिया कि हम आतंकवाद के आगे झुकने वाले नहीं हैं। पीएम मोदी ने तीनों
सेनाओं को खुली छूट दी। 6-7
मई की आधी रात को सेना ने ऑपरेशन सिंदूर
के जरिए पाकिस्तान में आतंकी के ठिकाने को ध्वस्त किया।
इसके जवाब में
पाकिस्तान ने भारत पर हमले की कोशिश की लेकिन भारत ने पाक के सभी हमले को नाकाम कर
दिया। पाकिस्तानी
मिसाइल फुलझड़ी की तरह गिर गए। गोगोई ने एक बार भी पाकिस्तान की आलोचना नहीं की। देश में 2004 से 2014 तक आतंकवाद पनपा है। आतंक को पनाह दी गई। 2004
से 2014 तक आतंकी घटनाओं में 615 लोग मारे गए। 2006 लोग घायल हुए। ललन सिंह ने कहा कि कांग्रेस वोट
के लिए राजनीति करती है और मोदी जी देश के लिए राजनीति करते हैं।