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- एक हो जाओ उद्धव-शिंदे,क्यू टूटी थी शिवसेना...?सच्चाई बताई शिवसेना (UBT) नेता अंबादास दानवे ने
Posted by : achhiduniya
20 July 2025
शिवसेना (UBT) नेता
अंबादास दानवे ने शिवसेना शिंदे और शिवसेना उद्धव दोनों को फिर से एक साथ आने की
अपील की है। अंबादास
दानवे ने कहा कि यह बात अब भी खटकती है कि बाल ठाकरे द्वारा स्थापित शिवसेना जैसा
एक मजबूत संगठन
टूट गया और इसलिए इसके दोनों गुटों को एक साथ आना चाहिए। दानवे ने कहा, संगठन में फूट अब भी खटकती है। किसी ने हमारे संगठन
(शिवसेना) पर बुरी नजर डाल दी है। शिवसेना के अंदर विद्रोह का सबसे बड़ा और सबसे
प्रमुख कारण रहा। बागी विधायकों का मानना था कि शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) जैसी पार्टियों के साथ गठबंधन करके बालासाहेब ठाकरे की कट्टर
हिंदुत्व की विचारधारा से भटक गई है। उनका तर्क था कि शिवसेना की स्वाभाविक सहयोगी
भाजपा है।शिवसेना के कई विधायकों को यह
शिकायत थी कि MVA सरकार में असली शक्ति और मलाईदार मंत्रालय NCP और कांग्रेस के पास हैं। बागी गुट का आरोप था कि NCP के मंत्री विशेषकर तत्कालीन वित्त मंत्री शिवसेना विधायकों
के निर्वाचन क्षेत्रों में विकास कार्यों के लिए फंड जारी नहीं कर रहे थे, जिससे उनकी राजनीतिक जमीन कमजोर हो रही थी।बागी विधायकों का
कहना था कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अपने ही विधायकों और मंत्रियों से नहीं मिलते
थे, जबकि NCP और कांग्रेस के नेताओं को उनसे मिलने में आसानी होती थी।
इससे पार्टी के भीतर अलगाव और असंतोष की भावना बढ़ी।
एकनाथ शिंदे शिवसेना के एक कद्दावर नेता थे और ठाणे क्षेत्र में उनका काफी प्रभाव था। उन्हें पार्टी में दरकिनार किए जाने का एहसास हो रहा था। उन्हें लगा कि पार्टी का नेतृत्व उन्हें और उनके समर्थकों को वह महत्व नहीं दे रहा है जिसके वे हकदार थे। दानवे ने एक इंटरव्यू में कहा, हम सत्ता के लिए पैदा नहीं हुए हैं। यह (सत्ता) आती-जाती रहती है। यह जख्म किसी दिन भर जाना चाहिए। हमारा संगठन मजबूत और एकजुट था। सभी को एक साथ आना चाहिए। हमारी पार्टी सत्ता में होनी चाहिए। एक शिवसैनिक होने के नाते मैं यह महसूस करता हूं।