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Posted by : achhiduniya
13 November 2014
बुलेट ट्रेन जैसी रखे......?
मित्रो प्रणाम........चायना,{चीन}जापान और एशिया के कई देशो मे तेज गती से दौडने वाली
रेल गाडियो यानी बुलेट ट्रेनो कि भरमार है,जिनकी रफ्तार इतनी तेज होती है,कि उनको ठीक
से देख पाना भी मुश्किल होता है.250से350 किलोमिटर प्रती घ्ंटे.यह तो आप जानते है,
लेकिन
क्या आप ये जानते है?प्रकाश{Light’s}की गती तेज है...?या आवाज{Sound}की...?आप यही कहेगे न मित्रो प्रकाश {Light’s}की.वैज्ञानिक
द्र्ष्टी कोण से आप ठीक कह रहे है,लेकिन यह अधुरा सत्य है.आज
ह्म आपको बाकी के अधुरे सत्य से अवगत कराएगे.दुनिया मे
सबसे तेज गती है,इंसान के सोचने
की जिसकी आज तक किसी भी वैज्ञानिक ने सटिक रफ्तार का किसी भी पुस्तक{Book}मे वर्णन या अपने शोघ मे जिक्र तक नही किया.इंसान के दिमाग मे 24 घ्ंटे यानी
पुरे दिन और रात को मिलाकर 60 हजार {Sixty thousand thought}विचार
आते है.
आज उसी सोच कि तेज रफ्तार के द्वारा हम आपको कामयाबी और नई उचाँईयो को पाने
का सबसे आसान तरिका बताने जा रहे है,जिसे आज तक किसी ने भी आपको नही बताया होगा.आपने कई किताबे पडी होगी,गुगल के द्वारा भी आपने कई ऐसी सामग्री पडी और सुनी
होगी.सफलता पाने के 10 आसान तरिके,कामयाबी व धन प्राप्ती के लिए अपनाएँ ये 15 टोटके इत्यादि..इत्यादि.
लेकिन क्या उससे आप इच्छित कामयाबी,सफलता,
धन या उपलब्धियाँ प्राप्त
कर पाए है,अगर हाँ तो बधाँई हो.और अगर नही तो दोस्तो इसे आगे पडना जारी रखे.सबसे पहले
आप यह सुनिश्चित कर ले कि आप कामयाबी सफलता और नई उचाँईयो को वाकई पाने के इच्छुक है
या नही.अगर हाँ तो आगे बडते है,इसे पाने मे सिर्फ दो शब्दो का अंतर है “म”
और “ठ” अब आप सोचेगे
“म” और “ठ” यह कैसे स्ंभव है,आइये इस पर
एक नजर डालते है.किसी भी कार्य को शुरु करने से पहले या कही बाहर जाने से पहले आप पुर्व
तैयारी करते है,ताकि समय पर किसी परेशानी का सामना न करना पडे.आफिस जाने कि बात हो
या एक शहर से दुसरे शहर का सफर तय करना हो.
उसी प्रकार कामयाबी,सफलता,धन और नई उचाँईयो
को पाने के लिए आपको अपने मन मे सकारात्मक सोच को मजबुत करने यानी किसी भी कार्य को
शुरु करके पुरा करने की ठान लेनी है.शुरु किये बिना ही हार मान लेने से बचना चाहिए.किसी
भी कार्य को शुरु करने से पहले ही हार “मान” ले
तो हार है और अगर जीतने की “ठान” ले तो जीत”
है.इसलिए अपनी सोच कि रफ्तार को बुलेट ट्रेन कि तरह सही दिशा मे जीत कि तरफ “ठान”
के ले जाए.
देखा दोस्तो कामयाबी और सफलता मे सिर्फ “म”और“ठ”
का
कमाल अब फैसला आपको करना है कि आप किसके साथ जाना चाहते है “मान” के साथ या “ठान” के
साथ मर्जी आपकी शुभकामनाएँ हमारी...........समय देने का शुक्रिया दोस्तो.........=+=
श्री अनिल भवानी