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Posted by : achhiduniya
25 March 2015
पॉर्न फिल्मों में जोड़ों को घंटों लगातार सेक्स
करते दिखाया......
सेक्स एक अच्छे जीवन के लिए काफी
सहायक होता है। पॉर्न की वजह से कई सारे लोग अपनी सेक्स लाइफ बरबाद कर लेते हैं क्योकि वह उसी तरह से
सेक्स करना
चाहते हैं, जैसा उन्होने
पॉर्न फिल्मों
में देखा
होता है। पॉर्न फिल्मों में रियल सेक्स
नहीं
होता और न ही हो सकता है।
इंटरनेट और दूसरे माध्यमों से जो प्रोफेशनल पॉर्न दिखाया
जाता है, वह रियल
लाइफ में होने वाले सेक्स जैसा बिलकुल भी
नहीं होता। पॉर्न फिल्मों में जोड़ों को घंटों लगातार सेक्स करते दिखाया जाता
है, असल में
ऐसा नहीं होता है। स्त्री-पुरुष
के बीच यौन सम्बन्धों का असल सुख मिनटों के सहवास से प्राप्त होता है न कि घंटो
के
सहवास से।अधिकतर स्त्री-पुरुष आधा घन्टा या इससे अधिक समय तक सहवास करना चाहते
हैं। यह निराशा और असंतुष्टि पैदा करने वाली स्थिति है।
शोधकर्ताओं ने अपने
सर्वेक्षण में सेक्स थेरैपी और अनुसन्धान के लिए बनाए गए समूह के 50 सदस्यों से बात की। इस समूह में मनोवैज्ञानिकों डॉक्टरों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और पारिवारिक मामलों के विशेषज्ञों
को शामिल किया गया। अधिकतर विशेषज्ञों ने कहा कि यौन सम्बन्धों के दौरान सन्तोषजनक
सुख के लिए पर्याप्त अवधि 3 से 13 मिनट और वांछनीय अवधि 7 से 13 मिनट है।
विशेषज्ञों ने कहा कि इसके लिए एक से दो मिनट का
समय काफी ‘कम’ है तथा 10
से 30 मिनट का समय काफी ‘लम्बा’ है। सर्वेक्षण से स्त्री पुरुषों को स्वीकार्य सहवास के
वास्तविक विवरण के प्रति प्रोत्साहित करने में मदद मिलेगी।
साथ ही साथ इससे यौन
निराशा तथा यौन सुख असंतुष्टि को रोकने में भी मदद मिलेगी। अमेरिका की पेन स्टेट
यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने एक अध्ययन में पाया कि स्त्री-पुरुष के बीच
सन्तोषजनक सहवास आमतौर पर 3 से 12 मिनट का होता है।
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