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- भूमि अधिग्रहण कानून.....अन्ना और सरकार आमने सामने.....
Posted by : achhiduniya
02 March 2015
किसान से जमीन छीनकर उद्योगपतियों को.....
विकास के नाम पर मोदी सरकार
किसानों के साथ धोखा कर रही है। अन्ना ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि आजादी के 68
साल
बाद भी किसान आत्महत्या कर रहे हैं यह दुर्भाग्यपूर्ण है। नए भूमि अधिग्रहण कानून
से किसानों की आत्महत्याएं बढ़ने की संभावना है। उन्होंने लिखा है कि भूमि
अधिग्रहण कानून में से 70 पर्सेंट
किसानों की रजामंदी की शर्त हटाना गलत है। सरकार लोकहित को नजरअंदाज कर मनमर्जी से फैसले ले रही है।
मोदी
सरकार ने राष्ट्रहित के नाम पर अपने चहेते लोगों के हित साधने का रास्ता साफ किया
है। अन्ना ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि इस कानून का मकसद कृषि योग्य भूमि को
उद्योगपतियों के हवाले करना है। पुराने कानून को सही बताते हुए अन्ना ने ब्लॉग में
लिखा कि उसमें यह प्रावधान था। अधिग्रहित भूमि पर अगर पांच साल
में विकास काम नहीं हुआ तो वह जमीन किसान को वापस मिल जाती थी। सरकार ने यह शर्त हटाकर किसान से
जमीन छीनकर उद्योगपतियों को जमीन का पर्मानेंट मालिक बना दिया है।