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- पेंकिलर नही स्वास्थय तथा पॉकेट किलर.....?
Posted by : achhiduniya
07 April 2015
लाखो खर्च करके भी अच्छी सेहत नही मिलती ......
आज आपको कटु लेकिन पूरी तरह से सत्य बात से अवगत कराने का प्रयास
करेंगे जैसा की आप जानते ही है कि छोटे – मोटे दर्द और मामूली सी तकलीफ के लिए किस
प्रकार दवाईया ली जा रही है,जिससे आपकी जेब ही
नही कटती बल्कि आपका स्वास्थ भी खराब होता है। मेडिकल स्टोर मे मिलने वाली दवाईया
जिसे एंटीबाइटिक और पेंकिलर कहते है।
वास्तव मे उनसे कई प्रकार कि बीमारिया हो रही है।
क्योकि इन दवाईयो को मेडिकल स्टोर वाले अपने मुनाफे के लिए बेचते है। हाल ही मे कुछ
ऐसी जानकारी सामने आई जिससे दवाई के पत्ते पर 100 रुपए से लेकर 1000 रूपए तक अंकित
पाए गए [Max Retail price incl.of all taxes] लेकिन आपको यह जानकार आश्चर्य होगा जिस पर 100 रुपए होता वह मात्र 10/-से 15/-
तथा जिस पर 1000/- होता है वह मात्र 70/-से 80/-मे दवाई दुकानदार को मिलती है जिसे
वे इतने भारी मुनाफे के साथ बेचते है क्योकि इसमे ङॉक्टरों का भी लिखने का कमीशन होता
है।
अधिकतर दवाईया ङॉक्टर के नजदीक के मेडिकल स्टोर मे उन्ही के पास मिलती है उन दवाईयो
को मेडीकल भाषा मे प्रोपोगेंडा यानी वह वही आस -पास मिलेगी जहॉ ङॉक्टर का दवाखाना होता
है। अब बात करते है आपके सेहत पर होने वाले नुकसान की ज्यादातर पेंकिलर शरीर को नुकसान
पहुचाते है अगर आप भी बात-बात पर पेंकिलर लेने के आदी है तो आप को बता दें कि ये
आप के लिए कितना घातक हो सकता है। पेंकिलर से किडनी डैमेज का खतरा बढ़ता है।
आज के
युवा मरीजों में किडनी की बीमारी की मुख्य वजह पेंकिलर पाया गया है। देश में हर
दिन लाखों की संख्या में किडनी फेल होने वाले मरीजों की पहचान होती है। सिर दर्द,
जॉइंट का दर्द, स्ट्रेस से बचने के लिए अगर आप
बात-बात पर पेंकिलर लेने के आदी है तो यह दवा किडनी बीमारी का मुख्य कारण हैं। किडनी
फेल मरीजों को किडनी ट्रांसप्लांट की जरुरत होती है लेकिन केवल पांच हजार लोगों की
ही जान ट्रांसप्लांट के जरिए बचाई जाती हैं क्योंकि ट्रांसप्लांट के लिए ऑर्गन
नहीं मिलते। पूरे देश भर में 12 मार्च को वर्ल्ड किडनी डे
मनाया जाता हैं।
इसी मौके पर डॉक्टर्स बताते है कि कैसे इन बीमारीयों से बचा जाए
और अगर किडनी को पहले से ही डैमेज होने से बचा ले तो ऐसी नौबत ही नहीं आएगी और
बीमारी होने पर सही इलाज कराएं। किडनी खराब होने पर शरीर मे होने वाले दुष्प्रभाव चेहरे
और पैरों में सूजन, भूख कम लगना, जल्दी
थकना, हाई ब्लड प्रेशर, ब्लड की कमी। ऐसे
मे नमक कम मात्रा में सेवन करें, नियमित रुप से एक्सरसाइज
करें, ज्यादा मात्रा में पानी पिते रहें, डायबिटीज कंट्रोल करें, स्मोकिंग बिलकुल न करें।
बिना
ङॉक्टर की सलाह के या अपनी मर्जी से कभी भी पेंकिलर ना ले थोड़ी सी लापरवाही आपके जीवन
को खतरे मे डाल सकती है इसलिए सावधानी से दवाइयो का सेवन करे कोई भी दवाई अधिक दिनो
तक लगातार लेने से बचे हा अगर ङॉक्टर के दवारा नियमित लेने की सलाह दी गई होतो उसका
निर्देशानुसार पालन जरूर करे क्योकि सेहत से बड़कर कोई दौलत नही होती लाखो खर्च करके
भी अच्छी सेहत नही मिलती।आपका मित्र अनिल भवानी ।