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- सावधान आपकी अच्छी सेहत मे पहुँचता व्यवधान [रुकावट].........
Posted by : achhiduniya
29 May 2015
मौसम के बदलते मिजाज मे आपको अपनी सेहत के प्रति सचेत रहने की अति आवशकता है। सिर्फ दिखावे और जबान के स्वाद के कारण आप अपनी सेहत को बिगाड़ सकते है जाने कैसे बचे....? अक्सर हम इस बात को भूल जाते है कि बाहर का खाना किन रसाइनिक तत्वो और किस प्रकार के खाद्य तेलो द्वारा बनाया जाता है,क्योकि उस समय हम सिर्फ बाहरी चमक-दमक से सजी डिशों और अच्छी तरह सजाए गए बैनरो के चक्कर मे या किसी के बहकावो मे आकार उन चीजो को खाते है,जिसके दुष्परिणाम बाद मे हमे डॉक्टर तक जाने के लिए मजबूर कर देते है।
वेयर हाउस, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, ग्रीन मार्केट, सड़क किनारे,अधिकतर शहर के कई इलाकों में रेहड़ी, हाथ ठेलो और ढाबों पर खाना या नाश्ता खिलाया जाता है। इन दिनों गर्मी बढ़ने के साथ ही मक्खियां काफी होती हैं, लेकिन रेहड़ी और ढाबों वालों ने इसकी कोई व्यवस्था नहीं की जाती है। खाने के सामान पर मक्खियां बैठ रही होती हैं। प्रमुख रूप से आटे पर मक्खियों का कब्जा होता है। वेयर हाउस के ढाबों पर भी गंदगी का आलम होता है। खाने की गुणवत्ता पर भी कई सवाल उठते हैं।
रेहड़ी और ढाबों पर चेकिंग नहीं हो रही है। क्या...? खिलाया जा रहा है क्या....? पिलाया जा रहा है इससे किसी का कोई लेना देना नही होता क्योकि सभी को अपनी जेबे भरने से फुर्सत नही मिलती ऐसे मे मंदिरों के शहर में रेहड़ियों और ढाबों पर लोगों को गंदगी के माहौल में खाना परोसा जाता है। मक्खियों के बीच ही लोगों को खाना व नाश्ता खिलाया जाता है। अगर लोग साफ-सफाई रखने की बात करते हैं तो दुकानदारों की ओर से अनदेखी की जाती है। दुकानदारों की मनमानी के आगे लोग बेबस हैं। आपने कई बार सुना होगा की अनेक समारोह मे लोग विषैले खाने का शिकार हो गए।
लेकिन आज के दौर मे हर गली,मौहल्ले,चौराहे,सड़को के किनारे आपको इस प्रकार के ठेले और रेहड़ी वाले नजर आएंगे जो आपको आपकी सेहत को खराब करने का न्योता बड़े ही आकर्षक बैनरो के माध्यम से देते दिखाई देंगे। लोग इनके पास से दूषित पानी और घटिया तेल मे बनाई हुई चीजों का मजा बड़े चाव से चटकारे लेकर करते व खाते है और बाद मे इनके बिल के साथ डॉक्टरों को भी टिप देने जाते है। इसलिए बाहर खाने से पहले यह सुनिश्चित कर ले कि कही आपकी व आपके परिवार की सेहत से खिलवाड़ तो नही किया जा रहा।