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- संतरा,मूंगफल्ली सेहत के मित्र व शत्रु .......
Posted by : achhiduniya
30 May 2015
जान है तो जहान है....लेकिन अच्छी जान है तो जहान के साथ जन्नत
है ऐसा कहना भी अनुचित न होगा। अपनी सेहत का ख्याल रखना हर किसी का कर्तव्य है,क्योकि आपकी सेहत से आपका पूरा परिवार जुड़ा होता
है।अगर बच्चा बीमार होतो माता-पिता परेशान,पति बीमार पत्नी परेशान या पत्नी बीमार पति परेशान हुआ न आपके साथ पूरा परिवार
बीमार तो क्यो न इस बीमारी को ही बीमार कर दे। शोधकर्ताओं का कहना है कि मूंगफल्ली से एलर्जी के लक्षण दमे की तरह ही होते हैं, जैसे- सांस लेने में तकलीफ, खांसी, सांस के साथ आवाज होना।
करीब 3800 बच्चों पर किए गये इस शोध में पाया गया कि 11 प्रतिशत बच्चों को मूंगफल्ली से एलर्जी थी।लेकिन इसके बारे में उन्हें या उनके माता-पिता
को पता ही नहीं था। दमे के शिकार बच्चों को मूंगफल्ली खाने से एलर्जी का खतरा हो सकता है।वैसे मूंगफल्ली खाने
के फायदे भी है,ठंड के दिनो मे गुड़ के साथ खाने से शरीर का तापमान नियंत्रित होता है। वैसे
ही यदि यादाश्त
कमजोर हो रही हो तो संतरे का रस पीजिये। इसमें मौजूद
‘फ्लेवनॉइड्स’ यादाश्त बढ़ाने में मदद कर सकते
हैं।
अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लीनिकल न्यूट्रीशन में छपे एक शोध में यह बात कही गयी है।
स्मरण शक्ति पर संतरे के रस का प्रभाव जानने के लिए यूनिवर्सिटी ऑफ रीडिंग के
शोधकर्ताओं ने बुजुर्गों पर एक रिसर्च की। करीब 8 हफ्तों तक चले इस शोध के दौरान
पाया गया कि जिन बुजुर्गों ने नियमित रूप से 500 एमएल संतरे का रस पिया, उनकी याददाश्त अन्य बुजुर्गों से
बेहतर हो गयी।
इन बुजुर्गों के ‘ग्लोबल
कॉग्निटिव फंक्शन’ में
8 फीसदी
बढ़ोतरी पायी गयी। शोधकर्ताओं के मुताबिक संतरों में मौजूद फ्लेवनॉइड्स हमारे
दिमाग की सेहत सुधारते हैं।