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- नींद होती है प्रभावित......?
Posted by : achhiduniya
22 September 2015
मनोचिकित्सा और मानव व्यवहार की प्रोफेसर तथा लेखिका मैरी कार्सकादोन ने कहा कि रात में मोबाइल तथा अन्य उपकरणों से निकली कम मात्रा की रोशनी भी नींद को प्रभावित करने के लिए काफी है। अगर आप अपने मोबाइल, टेलीविजन या टैबलेट का अधिक इस्तेमाल करते है तो रोक दीजिए, क्योंकि इलेक्ट्रॉनिक
स्क्रीन आपकी नींद उड़ा सकते हैं।
एक ताजा शोध में यह सामने आया है कि इलेक्ट्रॉनिक स्क्रीन से निकलने वाली रोशनी का अधिक इस्तेमाल किशोरों की नींद पर बुरा असर डाल सकती है।प्रयोगशाला में किए गए प्रयोगों से शोधकर्ताओं ने पाया कि रात में इलेक्ट्रॉनिक उपरकरणों से निकलने वाली तेज रोशनी किशोरों में नींद के हार्मोन 'मेलाटोनिन' को कम कर देता है। इससे रात को नींद आने में और सुबह स्कूल के लिए जल्दी उठने में काफी मुश्किल होती है।
बच्चों तथा उनके अभिभावकों को सोते समय अपने इलेक्ट्रॉनिक
उपकरणों का इस्तेमाल कम करना चाहिए। रोड आइलैंड स्थित ब्राउन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने अपने शोध में पाया कि अधिक आयु के युवक/युवतियों की अपेक्षा नौ से 15 वर्ष के बीच के किशोरों और किशोरियों की नींद स्क्रीन की रोशन के प्रति ज्यादा संवेदनशील होती है। क्लीनिकल एंडोक्राइनोलॉजी
एंड मैटाबॉलिज्म' पत्रिका में यह शोध प्रकाशित हुआ।