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- क्या है रंगो के मायने...आइए जाने...?
Posted by : achhiduniya
29 October 2015
इंसान का शरीर पाँच तत्वो से बना है:-अग्नि,जल,प्रथ्वी,आकाश,वायु इन सभी का
प्रभाव उस पर पड़ता है। जैसे पेट को प्रथ्वी और जल से जोड़ कर देखा जाता है। मौसम के
बदलते ही हमारे शरीर मे परिवर्तन होने लगता है। शरीर मे जल कि मात्रा अधिक होती
है जो खून
के रूप मे होता है बाकी मांस और हड्डीया होती है। उसी प्रकार मानव पर रंगो का भी प्रभाव पड़ता है। जैसे:- ऑरेंज एक पॉवर फूल कलर है। इसलिए इसे
मेडिकेटिव रंग भी माना जाता है। ये जोश और क्रिएटिविटी को बढ़ाने वाला रंग है।
आप
एनर्जेटिक हैं तो ये रंग अपनाए। इसलिए हनुमान जी को भी सिंधुर लगाते है। यह रंग
आपके आस-पास एनर्जी भर देगा। इसका इस्तेमाल ड्राइंग या लिविंग रूम में कर सकते हैं।
गहरा नीला रंग सच्चाई और संयम का प्रतीक है।नीला रंग तनाव से दूर रखता है। इसका इस्तेमाल ज़्यादातर लोग बैडरूम में
करते हैं।हरा रंग ताज़गी और सुकून का अहसास देता है। यही एक रंग है,जो हर थीम और रंग के
साथ जोड़ा जा सकता है।यह रंग वार्म के
साथ-साथ कूलिंग इफेक्ट भी देता है।कुदरत के करीब लेकर जाता है।सफेद रोशनी, ठंडक, सादगी और शांति का प्रतीक है।
सभी रंगों को पूरा करता है,इसलिए, इसे किसी भी रंग के
साथ मिलाकर लगा सकते हैं।इस रंग को लगाने से घर में स्पेस ज़्यादा दिखता है। पीला
रंग खुशियां और आशा देता है।पीला रंग पॉजिटिव एटीट्यूड वाले लोगों के लिए है। पीला सूरज और बसंत का रंग
है। जिन कमरों में सूरज की रोशनी नही पहुंचती हो, वहां आप इसका इस्तेमाल कर सकते है,क्योंकि ये गर्महाट
का रंग है।
एक्टिव और हिम्मत वाले लोग लाल रंग का चयन करते हैं।आप सैक्स को लेकर
ज़रा वाइल्ड किस्म के हैं तो अपने बैडरूम में इसका इस्तेमाल करें।आपके जीवन मे नए
बदलाव आएंगे।