- Back to Home »
- Religion / Social »
- पृथक विदर्भ राज्य की मांग पर 'विदर्भगाथा' पुस्तक का विमोचन.........
Posted by : achhiduniya
06 December 2015
नागपुर पृथक विदर्भ राज्य हुए बिना किसी भी विकास की कल्पना करना,महाराष्ट्र मे हो रही किसानो की आत्म हत्या रोकना बिजली प्रकल्पों का निर्माण,नए रोजगार का सर्जन करना असंभव है। नागपुर श्रमिक पत्रकार संघ व तिलक पत्रकार भवन ट्रस्ट की ओर से आयोजित एक समारोह के दौरान राज्य के महाधिवक्ता श्रीहरी अणे द्वारा लिखित पुस्तक विदर्भ गाथा का लोकमत के संपादक सुरेश द्वादशीवार के हाथों विमोचन किया गया।अंग्रेजी मे
विमोचित हुए इस पुस्तक का जल्द ही मराठी और हिन्दी संसकर्ण निकाला जाएगा।विदर्भ की मांग 95 वर्ष पुरानी है। पृथक विदर्भ के आंदोलन के लिए जनता तैयार है। अधिवक्ता अणे ने कहा कि विदर्भ अलग हो या नहीं इसका जवाब केवल विदर्भ की जनता दे सकती है।
चाहे तो सरकार इसके लिए एक मतदान करा सकती है जिससे दुध का दुध पानी का पानी हो जाएगा। पिछले वर्ष जनता ने इस बात का सबूत भी दिया था। कुछ लोगों को तेलंगाना की तरह हिंसक आंदोलन चाहिए जो गलत है। संविधान में नए राज्य के गठन का प्रावधान है। इसका इस्तेमाल करके भी अलग राज्य बन सकता है। आज इस आंदोलन को ईमानदार नेतृत्व की जरूरत है।तिलक पत्रकार भवन के सभागृह में हुए समारोह में उन्होंने यह राय व्यक्त की। इस अवसर पर ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रदीप मैत्र,महासचिव शिरीष बोरकर, विनोद लोहकरे,परोणिता गोस्वामी ,जोसेफ राव,पूर्व मंत्री नितिन राउत ,तिलक पत्रकार संघ के अध्यक्ष ब्रम्हाशंकर त्रिपाठी व महासचिव अनुपम सोनी प्रमुख रूप से उपस्थित थे।