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- एल.आई.सी. एजेंट के तौर पर बनाए [ कॅरियर] सुनहरा भविष्य जाने महत्व पूर्ण जानकारी....?
Posted by : achhiduniya
17 May 2016
भारतीय
बाजार में विभिन्न प्रकार की सेवाओं के साथ कई बहुराष्ट्रीय और जिनी कंपनियां बीमा
कारोबार को नया आयाम दे रही हैं। कुछ वर्षों पहले भारतीय बीमा क्षेत्र में सरकारी
कंपनियों का एकाधिकार था परंतु निजी क्षेत्र को बीमा की अनुमति मिलने के बाद एक ओर
जहां बाजार में अवसर बढे हैं। वहीं दूसरी ओर लोगों को पसंदीदा सेवा चुनने की
स्वतंत्रता भी मिल गई है। एल.आई.सी. एजेंट भारतीय जीवन बीमा निगम विश्व का सबसे
बड़ी बीमा कंपनी है। भारतीय जीवन बीमा निगम (एल.आई.सी.) का बीमा कारोबार ने बीते
वर्षों में एल.आई.सी. के प्रीमियम में आई तेजी ने पूरे जीवन बीमा क्षेत्र को भारी
लाभ पहुंचाया है। ऐसे भारतीय जीवन बीमा निगम में एजेंट (अभिकर्ता) बनकर मानवता की
सेवा के साथ-साथ उम्मीदवार उच्चस्तरीय जीवनशैली भी प्राप्त कर सकता है। भारत में
बीमा क्षेत्र को खुला बनाए जाने से सरकारी एवं निजी बीमा कंपनियों में आकर्षक
नौकरियों के अलावा कई संबद्ध अवसर भी इस क्षेत्र में पैदा हुए हैं।
सर्वेयर - बीमा कराए गए किसी कारोबार में हानि का मूल्यांकन करने का काम सर्वेयर करते हैं। ये वास्तविक हानि का मूल्यांकन करते है। झूठे दावों को रोकते हैं तथा बीमा कम्पनी व बीमित के बीच की कडी होते हैं। अभिकर्ता की तरह ये कम्पनी के कर्मचारी नहीं होते अपितु स्वतंत्र व्यवसायी होते हैं। सर्वेयर बनने हेतु इंजीनियरिंग में डिग्री या डिप्लोमा/ आईसीडब्ल्यूएआई/ सी.ए./ चिकित्सा विज्ञान में स्नातक उपाधि आवश्यक है। सर्वेयर बनने हेतु एक वर्ष का प्रशिक्षण किसी वरिष्ठ सर्वेयर या सर्वेयर फर्म के साथ आवश्यक है। उसके बाद एक परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है। तदुपरांत उन्हें लायसेंस जारी किया जाता है। वैश्वीकरण एवं उदारीकरण के वर्तमान दौर में बीमा क्षेत्र (इंश्योरेंस सेक्टर) कॅरियर निर्माण हेतु काफी उज्जवल क्षेत्र माना जा रहा है। पिछले दिनों केन्द्र सरकार के द्वारा बीमा क्षेत्र में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) की सीमा को 26 प्रतिशत से बढाकर 49 प्रतिशत किए जाने से बीमा क्षेत्र में कॅरियर की डगर को और चमकीला बना दिया है।
विश्व में जिन पांच प्रमुख कॅरियर विकल्पों का बोलबाला है उसमें बीमा क्षेत्र भी शामिल है। जनरल इंश्योरेंस एजेंट - वर्तमान में सरकारी क्षेत्र में चार कम्पनियां ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, यूनाइटेड इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड तथा नेशनल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड जनरल इंश्योरेंस कंपनियां कहलाती है। इन कंपनियों में जनरल इंश्योरेंस एजेंट बनने हेतु न्यूनतम आयु सीमा 18 वर्ष निर्धारित है तथा शहरी क्षेत्रों हेतु बारहवीं तथा ग्रामीण क्षेत्रों हेतु दसवीं कक्षा उत्तीर्ण होना आवश्यक है। इसके साथ ही जनरल इंश्योरेंस से संबंधित कार्यों की 100 घंटे की ट्रेनिंग तथा आय.आर.डी.ए. की परीक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। यदि कोई पहले से ही एल.आई.सी एजेंट भी है तो उसे केवल 25 घंटे की ट्रेनिंग ही लेना पडती है। एल.आई.सी.में सहायक प्रशासनिक अधिकारी बनने हेतु आयु सीमा 20 से 30 वर्ष के मध्य निर्धारित है। एल.आई.सी. में सहायक प्रशासनिक अधिकारी बनने हेतु किसी भी विषय के साथ स्नातक या स्नातकोत्तर परीक्षा 55 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण होनी चाहिए। इस हेतु होने वाली प्रतियोगी परीक्षा में भी सफलता होना होता है। एल.आई.सी एवं जी.आई.सी.का संयुक्त लायसेंस भी बन जाता है। वाहन, मेडिक्लेम, पर्सनल, एक्सीडेंट, हाउसहोल्ड पॉलिसी, शॉपकीपर फायर पॉलिसी, थेफ्ट एवं डकैती,इलेक्ट्रॉनिक उपकरण,ऑल रिस्क, ब्रेक डाउन पॉलिसी, मशीनरी ब्रेक डाउन आदि पालिसियाँ जनरल इंश्योरेंस के एजेंट करते हैं।
एजेंट को उसके कार्य में निपुणता लाने के लिए एल.आई.सी. तथा विकास अधिकारी द्वारा समय-समय पर प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि वे प्रभावी एवं त्वरित बीमा सेवा प्रदान कर सकें। जहां तक एल.आई.सी. एजेंट की आय की बात की जाए तो उसकी आय की कोई सीमा नहीं होती है। वह जितना ज्यादा बीमा करेगा उसकी आय उतनी ही ज्यादा बढती जाएगी। एक बार बीमा करने पर उसे लगातार उसी बीमा पॉलिसी पर जब तक वह बीमा पॉलिसी कार्यशील रहती है उसे कमीशन प्राप्त होता रहता है। कॅरियर के लिहाज से अपार संभावनाओं वाला यह क्षेत्र जनसंपर्क क्षमताओं की परीक्षा लेने वाला है, अर्थात यदि आपमें लोगों से संपर्क बनाने के गुर और उन्हें अपनी बातों से प्रभावित करने की क्षमता है, तो कॅरियर की असीम ऊंचाइयां लिए बीमा क्षेत्र आपका इंतजार कर रहा है। मित्र डॉ जयंतीलाल भंडारी [विख्यात करियर मार्गदर्शक] जी के द्वारा अच्छी दुनिया की तरफ आप सभी मित्रो के लिए कॅरियर मार्गर्शन मे छोटा सा प्रयास।
सर्वेयर - बीमा कराए गए किसी कारोबार में हानि का मूल्यांकन करने का काम सर्वेयर करते हैं। ये वास्तविक हानि का मूल्यांकन करते है। झूठे दावों को रोकते हैं तथा बीमा कम्पनी व बीमित के बीच की कडी होते हैं। अभिकर्ता की तरह ये कम्पनी के कर्मचारी नहीं होते अपितु स्वतंत्र व्यवसायी होते हैं। सर्वेयर बनने हेतु इंजीनियरिंग में डिग्री या डिप्लोमा/ आईसीडब्ल्यूएआई/ सी.ए./ चिकित्सा विज्ञान में स्नातक उपाधि आवश्यक है। सर्वेयर बनने हेतु एक वर्ष का प्रशिक्षण किसी वरिष्ठ सर्वेयर या सर्वेयर फर्म के साथ आवश्यक है। उसके बाद एक परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है। तदुपरांत उन्हें लायसेंस जारी किया जाता है। वैश्वीकरण एवं उदारीकरण के वर्तमान दौर में बीमा क्षेत्र (इंश्योरेंस सेक्टर) कॅरियर निर्माण हेतु काफी उज्जवल क्षेत्र माना जा रहा है। पिछले दिनों केन्द्र सरकार के द्वारा बीमा क्षेत्र में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) की सीमा को 26 प्रतिशत से बढाकर 49 प्रतिशत किए जाने से बीमा क्षेत्र में कॅरियर की डगर को और चमकीला बना दिया है।
विश्व में जिन पांच प्रमुख कॅरियर विकल्पों का बोलबाला है उसमें बीमा क्षेत्र भी शामिल है। जनरल इंश्योरेंस एजेंट - वर्तमान में सरकारी क्षेत्र में चार कम्पनियां ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, यूनाइटेड इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड तथा नेशनल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड जनरल इंश्योरेंस कंपनियां कहलाती है। इन कंपनियों में जनरल इंश्योरेंस एजेंट बनने हेतु न्यूनतम आयु सीमा 18 वर्ष निर्धारित है तथा शहरी क्षेत्रों हेतु बारहवीं तथा ग्रामीण क्षेत्रों हेतु दसवीं कक्षा उत्तीर्ण होना आवश्यक है। इसके साथ ही जनरल इंश्योरेंस से संबंधित कार्यों की 100 घंटे की ट्रेनिंग तथा आय.आर.डी.ए. की परीक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। यदि कोई पहले से ही एल.आई.सी एजेंट भी है तो उसे केवल 25 घंटे की ट्रेनिंग ही लेना पडती है। एल.आई.सी.में सहायक प्रशासनिक अधिकारी बनने हेतु आयु सीमा 20 से 30 वर्ष के मध्य निर्धारित है। एल.आई.सी. में सहायक प्रशासनिक अधिकारी बनने हेतु किसी भी विषय के साथ स्नातक या स्नातकोत्तर परीक्षा 55 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण होनी चाहिए। इस हेतु होने वाली प्रतियोगी परीक्षा में भी सफलता होना होता है। एल.आई.सी एवं जी.आई.सी.का संयुक्त लायसेंस भी बन जाता है। वाहन, मेडिक्लेम, पर्सनल, एक्सीडेंट, हाउसहोल्ड पॉलिसी, शॉपकीपर फायर पॉलिसी, थेफ्ट एवं डकैती,इलेक्ट्रॉनिक उपकरण,ऑल रिस्क, ब्रेक डाउन पॉलिसी, मशीनरी ब्रेक डाउन आदि पालिसियाँ जनरल इंश्योरेंस के एजेंट करते हैं।
एजेंट को उसके कार्य में निपुणता लाने के लिए एल.आई.सी. तथा विकास अधिकारी द्वारा समय-समय पर प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि वे प्रभावी एवं त्वरित बीमा सेवा प्रदान कर सकें। जहां तक एल.आई.सी. एजेंट की आय की बात की जाए तो उसकी आय की कोई सीमा नहीं होती है। वह जितना ज्यादा बीमा करेगा उसकी आय उतनी ही ज्यादा बढती जाएगी। एक बार बीमा करने पर उसे लगातार उसी बीमा पॉलिसी पर जब तक वह बीमा पॉलिसी कार्यशील रहती है उसे कमीशन प्राप्त होता रहता है। कॅरियर के लिहाज से अपार संभावनाओं वाला यह क्षेत्र जनसंपर्क क्षमताओं की परीक्षा लेने वाला है, अर्थात यदि आपमें लोगों से संपर्क बनाने के गुर और उन्हें अपनी बातों से प्रभावित करने की क्षमता है, तो कॅरियर की असीम ऊंचाइयां लिए बीमा क्षेत्र आपका इंतजार कर रहा है। मित्र डॉ जयंतीलाल भंडारी [विख्यात करियर मार्गदर्शक] जी के द्वारा अच्छी दुनिया की तरफ आप सभी मित्रो के लिए कॅरियर मार्गर्शन मे छोटा सा प्रयास।