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- अगर खरीदते या बेचते है ऑनलाइन समान तो हो जाए जरा सावधान......... ?
Posted by : achhiduniya
30 May 2016
आज आपको दो ऐसी घटनाओ से रूबरू कराना चाहते
है जिससे की आप या आपका मित्र इस प्रकार की ठगी से बच सके। ऑनलाइन सर्विसेज जो
अपने ग्राहक को सुविधा दिलाने का वादा करती हैं ये चोरी का सामान भी बेच सकती हैं।
नोएडा में एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां 10 महीने पहले चुराई गई कार बेचने को
लिए olx पर पोस्ट की गई लेकिन कार मालिक की सजगता से कार भी
बरामद हो गई और वो युवक भी गिरफ्तार हो गया। नोएडा के सेक्टर-20 थानाक्षेत्र में 10 महीने पहले पूर्व आर्मी अफसर की
होंडा सिटी कार चोरी हो गई थी। सेक्टर-20 थाने में यह केश भी
दर्ज करवाया गया था। पूर्व आर्मी अफसर लगातार ओएलएक्स पर दूसरी कार ढूंढ रहे थे कि
अचानक उनकी नजर अपनी चोरी हुई कार पर पड़ी। इस बात की जानकारी उन्होंने
तुरंत पुलिस को दी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लोनी गाजियाबाद से कार बरामद कर
ली। साथ ही एक शख्स को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार किए गए युवक ने ये कार किसी और से
खरीदी थी जो कि फरार चल रहा है। पुलिस की मानें तो कार को सुमित नाम के शख्स ने
ओएलएक्स पर डाला था। इसका केस पहले से दर्ज है. क्या कंपनी ने आईटी एक्ट के कानूनों
का पालन किया है? जांच के बाद अगर कंपनी की कमी पाई गई तो
आईटी एक्ट के तहत ओएलएक्स के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
वही दूसरा किस्सा छत्तीसगढ़ के धमतरी के बठेना वार्ड निवासी संजय पांडे 15 मई को उसके पिताजी के मोबाइल फोन पर अनजान नंबर से कॉल आया। सामने वाले ने खुद को करोल बाग दिल्ली से एक ब्रांडेड मोबाइल कंपनी का बताया। मार्केट में 8 से 10 हजार रुपये में मिलने वाले मोबाइल को 3500 रुपए में स्पेशल ऑफर के तहत देने का झांसा दिया। सस्ते में अच्छा मोबाइल पाने के चक्कर में संजय ने मोबाइल पर आर्डर दे दिया। सामने वाले ने कैश आन डिलवरी की बात कही। 26 मई को पार्सल आने की सूचना मोबाइल से मिलने पर संजय पांडे डाकघर गया। वहां से अपना पार्सल 3500 रुपये देकर छुड़वाया।डाकघर में ही पार्सल खोलकर देखा तो मोबाइल की जगह चरण पादुका और पूजा की अन्य सामग्री निकली। युवक ने सामग्री डाकघर वालों को दिखाई, तो उन्होंने कहा कि अंदर क्या है हम नहीं जानते। इसके बाद युवक शिकायत लेकर कोतवाली थाने पहुंचा। जहां युवक को उपभोक्ता फोरम में शिकायत करने को कहा गया। इस तरह से ठगी के बाद लोगों की आंखे खुलती हैं पर तब तक देर हो चुकी होती हैं।
वही दूसरा किस्सा छत्तीसगढ़ के धमतरी के बठेना वार्ड निवासी संजय पांडे 15 मई को उसके पिताजी के मोबाइल फोन पर अनजान नंबर से कॉल आया। सामने वाले ने खुद को करोल बाग दिल्ली से एक ब्रांडेड मोबाइल कंपनी का बताया। मार्केट में 8 से 10 हजार रुपये में मिलने वाले मोबाइल को 3500 रुपए में स्पेशल ऑफर के तहत देने का झांसा दिया। सस्ते में अच्छा मोबाइल पाने के चक्कर में संजय ने मोबाइल पर आर्डर दे दिया। सामने वाले ने कैश आन डिलवरी की बात कही। 26 मई को पार्सल आने की सूचना मोबाइल से मिलने पर संजय पांडे डाकघर गया। वहां से अपना पार्सल 3500 रुपये देकर छुड़वाया।डाकघर में ही पार्सल खोलकर देखा तो मोबाइल की जगह चरण पादुका और पूजा की अन्य सामग्री निकली। युवक ने सामग्री डाकघर वालों को दिखाई, तो उन्होंने कहा कि अंदर क्या है हम नहीं जानते। इसके बाद युवक शिकायत लेकर कोतवाली थाने पहुंचा। जहां युवक को उपभोक्ता फोरम में शिकायत करने को कहा गया। इस तरह से ठगी के बाद लोगों की आंखे खुलती हैं पर तब तक देर हो चुकी होती हैं।

