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- दूसरे की बुराई-निंदा-चुगली करने से बचे.........मिलेगी सफलता
Posted by : achhiduniya
30 May 2016
कई बार हर प्रयास करने के बाद इच्छीत न मिल
पाने के कारण थक-हार जाते है।लेकिन सफलता न मिलने के मूल कारण को नजर अंदाज करते
है। आप जो चाहते है वह आपको नहीं मिल पा रहा है। किसी काम को करने जाते है तो हमें
उस काम में सफलता नहीं मिलती है। पवित्र ग्रंथ श्रृग्वेद के अनुसार अगर हम किसी की
बुराई करेगे तो वह हमें नाश की ओर ले जाएगा। दूसरों की निंदा करने से दूसरों का
नहीं बल्कि खुद का ही नुकसान होता है। निंदा से ही मनुष्य की बर्बादी की शुरुआत
होती है। ऐसे व्यक्ति अन्य लोगों के सामने किसी को बुरा साबित करने के लिए चोरी, हिंसा जैसे काम करने में भी नहीं
कतराते। निंदा और किसी का अपमान करने से आप पाप के भागीदार बन जाते है। निंदा मतलब
दूसरों के कामों में दोष ढूंढ़ना। दूसरों की बुराई करना आज–कल
कई लोगों की आदत बन चुकी है। हर मनुष्य दूसरे में कोई न कोई दोष ढूंढ़ता ही रहता
है। इनको करने वाला इंसान अक्सर अपने मूल काम को भूल जाता है और बाकी लोगों से
पीछे रह जाता है। अगर आप चाहते है कि अपनी जिंदगी में हर सफलता को हासिल करें तो
दूसरे की बुराई निंदा करने से बचना चाहिए। जिससे कि आपको हर काम में सफलता प्राप्त
हो।