- Back to Home »
- Politics »
- ये दोस्ती हम नही छोड़ेंगे.......शिवसेना ने मोदी+ओबामा की दोस्ती पर ली चुटकी
Posted by : achhiduniya
11 June 2016
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बराक ओबामा की दोस्ती पर चुटकी लेते
हुए भाजपा की प्रमुख सहयोगी शिवसेना ने कहा कि इसमें आश्चर्य नहीं होगा कि
कार्यकाल समाप्त होने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति भारत में बस जाएं। शिवसेना ने
भारत और पाकिस्तान के साथ 'दोहरी नीति' को आगे बढाने के लिए आलोचना भी की। शिवसेना ने अपने 'मुखपत्र' के संपादकीय में कहा, अमेरिका के राष्ट्रपति प्रधानमंत्री मोदी के अच्छे मित्र बन गए हैं। उनके
रिश्ते इतने गहरे हैं कि कार्यकाल समाप्त होने के बाद ओबामा का परिवार सूरत,
राजकोट, पोरबंदर, मनाली,
महाबलेश्वर या दिल्ली में से किसी स्थान पर बसने वाले तो नहीं हैं।
संपादकीय में कहा गया है कि किसी अन्य भारतीय प्रधानमंत्री को अतीत में किसी
अमेरिकी राष्ट्रपति से इतना प्रेम नहीं मिला। हालांकि संपादकीय में कहा गया
है, ‘लेकिन इसी अमेरिका ने पाकिस्तान को आर्थिक मदद देने और हथियारों की
आपूर्ति करने की नीति बंद नहीं की है।
एक तरफ आतंकवाद से लड़ते समय भारत को समर्थन देना तो उसी समय पाकिस्तान को एफ-16 जैसे लड़ाकू विमान की आपूर्ति की ब्रिकी करने की अमेरिकी नीति खतरनाक है।' इसमें कहा गया है कि मोदी से मुलाकात के बाद अमेरिका ने पाकिस्तान को चेताया है और पठानकोट हमले के अभियुक्तों पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी है लेकिन यह कार्रवाई कौन करेगा? संपादकीय में यह भी कहा गया है, लादेन ने अमेरिका पर हमला किया तब अमेरिका ने पाकिस्तान को किसी तरह की भी सूचना नहीं देते हुए उनके देश में घुसकर लादेन को मारा और भारत के मामले में वह केवल चेतावनी देता है। इस दोहरेपन को समझना होगा।
एक तरफ आतंकवाद से लड़ते समय भारत को समर्थन देना तो उसी समय पाकिस्तान को एफ-16 जैसे लड़ाकू विमान की आपूर्ति की ब्रिकी करने की अमेरिकी नीति खतरनाक है।' इसमें कहा गया है कि मोदी से मुलाकात के बाद अमेरिका ने पाकिस्तान को चेताया है और पठानकोट हमले के अभियुक्तों पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी है लेकिन यह कार्रवाई कौन करेगा? संपादकीय में यह भी कहा गया है, लादेन ने अमेरिका पर हमला किया तब अमेरिका ने पाकिस्तान को किसी तरह की भी सूचना नहीं देते हुए उनके देश में घुसकर लादेन को मारा और भारत के मामले में वह केवल चेतावनी देता है। इस दोहरेपन को समझना होगा।

