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- मजेदार शब्दों की निराली दुनिया....
Posted by : achhiduniya
25 June 2016
आइए जानें कि अलमारी, साबुन, कप्तान, तंबाकू, तौलिया (टावेल) बाल्टी, कमरा, पिस्तौल, पादरी, गिरजा किस भाषा के शब्द हैं, बताइए तो जरा? ये पुर्तगाली भाषा से हिन्दी में आए हैं। यदि आप इनका प्रयोग करते हैं तो इसका मतलब यह हुआ कि आप पुर्तगाली शब्द बोलते हैं। उस्ताद, रेशम, जहान, चाकू, आदमी, गुलाब, चश्मा, बाग (बगीचा), दुकान, कलम, दोस्त, कारखाना, खरगोश, जमीन, रूमाल, साकी, सिपाही, सितार, शहर, रास्ता, सुराही,फारसी के शब्द हैं जो बहुधा हिन्दी प्रयोग में आते हैं। गरीब, अमीर, ईमानदार, इन शब्दों से भला कौन परिचित न होगा? और दुनिया, अदालत, किताब, दौलत, हुक्का, किस्सा और मालिक शब्दों का प्रयोग भला ऐसा कौन होगा जो न करता होगा? ये अरबी भाषा के शब्द हैं। अब आइए देखें कि बुलबुल, काबू (अधिकार), तमाशा, लाश, गलीचा, दरोगा, तमगा और तोप किस भाषा के शब्द हैं।
ये तुर्की भाषा के शब्द हैं। यदि मैं आपसे कहूं कि मेरे निवास, आवास, सदन, भवन, नीड़ या सद्नीड पर पधारें तो शायद आप नहीं आ पाएंगे मेरे घर पर मकान और घर ऐसा शब्द है जो सभी जानते हैं। इनमें से मकान उर्दू से आया है और घर हिन्दी से। कुछ शब्द और मजेदार होते हैं जैसे- दाल रोटी यदि उन्हें अलग करें तो इनका कोई अर्थ नहीं जैसे रो या टी का कोई अर्थ नहीं। हिन्दी और संस्कृत में यौगिक से शब्द बनते हैं, जैसे विद्यालय विद्या+आलय से बना है। चरणकमल और गुणगान एक शब्द होकर भी शब्द और विभिन्न दो अर्थ वाले शब्दों से बनते हैं जैसे चरण यानी पाव, कमल यानी कम (एक फूल) परंतु ऐसे चरण जो कमल जैसे ही मिलकर यहां पर एक विशिष्ट अर्थ वाला शब्द बन जाता है। चारपाई से कौन परिचित नहीं होगा? परंतु चार पैर होने पर भी जानवर को चारपाई नहीं कहा जाता है। है न मजेदार शब्दों की दुनिया।
आइए यह भी जान लें कि वही भाषा विकसित और जीवित रहती है जिसमें अन्य भाषाओं के शब्द ग्रहण करने व पचाने की शक्ति हो। अंग्रेजी भाषा में ग्रीक, र्जमन, जापानी, चीन, पुर्तगाली न जाने कितनी भाषाओं के शब्द मिले हैं कि मत पूछिए। इस प्रकार हिन्दी में भी शब्द मिल गए हैं। महानदी और सागर जल की तरह इन्हें अलग-अलग करना नामुमकिन है। शब्दों की निराली दुनिया बहुत लंबी चौड़ी, विशाल, अथाह है बस इसमें गोते लगाते जाइए और आनंद उठाइए। मजेदार शब्दों की दुनिया –अच्छी दुनिया की तरफ से आप सभी के लिए।
चाकू तुर्की है ना कि फ़ारसी और आपने दुकान भी गलत बताया हुआ है
ReplyDeleteमाँ किस भाषा का शब्द है
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