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- क्यो..बुरे व्यक्ति महिलाओं के आकर्षण का केंद्र होते हैं..?
Posted by : achhiduniya
03 July 2016
समाज
द्वारा जिन्हें 'बुरे आदमी' का तमगा दे
दिया जाता है और जो अपनी कारगुजारियों से लोगों के बीच नफरत का पात्र बन जाते हैं
वे ही बुरे व्यक्ति महिलाओं के आकर्षण का केंद्र बन जाते हैं। खराब व्यक्ति उसे
कहा जाता है जो समाज के स्थापित नियमों से इतर चले। बावजूद, समझदार
और अक्लमंद महिलाएं भी अपने जज्बात का निवेश ऐसे पुरुषों में करती हैं। सवाल है,
आखिर क्यों आकर्षित होती हैं? सबसे पहली बात
तो यह है कि महिलाओं में समाज सुधार की इच्छा कुछ जरूरत से ज्यादा ही होती है।
उन्हें लगता है कि वह खराब को सही में परिवर्तित कर सकती हैं यानी वह खराब व्यक्ति
को भी सुधार सकती हैं। इस बदलने के अहसास के कारण वह अपने आपको महत्वपूर्ण समझती
हैं।
उन्हें लगता है कि वह इतनी महत्वपूर्ण हैं कि कोई उनके प्यार की खातिर अपने आपको बदल लेगा। दूसरा यह कि जो महिलाएं निरंतर खराब व्यक्तियों के प्रति आकर्षित होती हैं वह अक्सर अहसासे-कमतरी का शिकार होती हैं। यानी उन्हें लगता है कि दूसरी लड़कियों या महिलाओं जैसी वे सुंदर अथवा योग्य नहीं हैं। यह अहसास किसी भी वजह से उनमें पैदा हुआ हो लेकिन यह उनमें एक 'इनफीरियारिटी काम्प्लेक्स' भर देता है। जिससे वे ऐसेमर्दो के प्रति आकर्षित होती हैं जिन्हें आमतौर पर दूसरी औरतें नहीं चाहतीं। दरअसल, जब कोई उन पर ध्यान देता है तो वह उसकी अहसानमंद होकर उसके प्रति आकर्षित हो जाती हैं। साथ ही उनमें सुरक्षा का भाव भी पनपने लगता है। हालांकि वह जानती हैं कि खराब व्यक्तियों को समाज स्वीकार नहीं करता। लेकिन उनके लिए यही काफी होता है कि कोई उनका नोटिस ले रहा है, कोई है जिसे वह जमाने को दिखाकर अपना कह सकती हैं। उन्हें लगता है कि संबंध विशेष बन जाएं, तो व्यक्ति बदल भी सकता है।
दूसरी ओर खराब व्यक्ति दिमागी चाल चलने में खासे निपुण होते हैं। वह महिलाओं को यह विश्वास दिला देते हैं कि उनमें (महिलाओं में) कुछ कमी या खराबी है। महिला जल्द ही यह सोचने लगती है कि वह किसी लायक नहीं है और वह खराब व्यक्ति ही उसके बारे में सब कुछ जानता है। वह महिला के बारे में अधिक पोजेसिव हो जाता है और उसकी हर मूव पर हुक्मरानी करता है। इससे महिला को यह अहसास होता है कि कोई उसकी देखभाल कर रहा है, उससे प्यार कर रहा है। वह महिला के आत्मविश्वास को इतना डिगा देता है कि वह अपनी असल की मात्र परछाईं बनकर रह जाती है। राब व्यक्तियों के प्रति आकर्षित होने वाली महिलाओं का व्यक्तित्व होता है यानी वह किसी के सहारे से ही जीना चाहती हैं और चाहती हैं कि कोई उन पर राज करे।
यह बात अमूमन उन महिलाओं में आ जाती है जो बचपन में अपने प्रभावशाली पिता की हुक्मरानी में रही हों। पिता की हुक्मरानी से वह इतनी त्रस्त होती हैं कि बाद के वर्षों में सब-कॉन्शसली ऐसे पुरुषों की तलाश में रहती हैं जो उन पर राज करें। फिर यह एक पैटर्न बन जाता है क्योंकि इससे उन्हें सुरक्षा का अहसास भी होता है। ऐसी भी महिलाएं हैं जो कभी कोई फैसला ही नहीं लेना चाहती क्योंकि उनमें बुनियादी आत्मविश्वास की कमी होती है। एक बात और ध्यान रहे, खराब व्यक्ति अलग किस्म का और दिलचस्प भी होता है। वह तन्मयता से महिला का पीछा करेगा, उस पर ध्यान देगा और अचानक उसे छोड़ देगा। वह जुड़ेगा और फिर अलग होगा और फिर जुड़ेगा, इससे महिला रिश्ते की हकीकत का अंदाजा ही लगाती रहती है, उसे यह स्थिति दिलचस्प भी लगती है और उसे लगता है कि यह चुनौतीपूर्ण भी है। पुरुष के ध्यान को वापस हासिल करने को वह चुनौती के रूप में लेती है।
ज्यादातर खराब व्यक्ति अपने वायदे के पक्के होते हैं। महिला के समक्ष जो चुनौती होती है उसे वह इतना बढा लेती है कि अपनी पूरी शख्सियत को ही बदल देती है ताकि पुरुष से फॉर्मल फायदा हासिल हो सके। खराब व्यक्ति का विद्रोही स्वभाव होता है। महिला भी इसमें हिस्सेदार हो जाती है क्योंकि अंदर ही अंदर वह भी अपने परिवार और पूरी दुनिया के खिलाफ बगावत करना चाहती है। दरअसल, प्रतिबंध में जबरदस्त आकर्षण होता है। जिस चीज को मना किया जाये उसे करने की इच्छा ज्यादा होती है। खराब व्यक्ति की तरफ जाने को हर कोई मना करता है और यही बात महिला को उसकी ओर आकर्षित करती है।
उन्हें लगता है कि वह इतनी महत्वपूर्ण हैं कि कोई उनके प्यार की खातिर अपने आपको बदल लेगा। दूसरा यह कि जो महिलाएं निरंतर खराब व्यक्तियों के प्रति आकर्षित होती हैं वह अक्सर अहसासे-कमतरी का शिकार होती हैं। यानी उन्हें लगता है कि दूसरी लड़कियों या महिलाओं जैसी वे सुंदर अथवा योग्य नहीं हैं। यह अहसास किसी भी वजह से उनमें पैदा हुआ हो लेकिन यह उनमें एक 'इनफीरियारिटी काम्प्लेक्स' भर देता है। जिससे वे ऐसेमर्दो के प्रति आकर्षित होती हैं जिन्हें आमतौर पर दूसरी औरतें नहीं चाहतीं। दरअसल, जब कोई उन पर ध्यान देता है तो वह उसकी अहसानमंद होकर उसके प्रति आकर्षित हो जाती हैं। साथ ही उनमें सुरक्षा का भाव भी पनपने लगता है। हालांकि वह जानती हैं कि खराब व्यक्तियों को समाज स्वीकार नहीं करता। लेकिन उनके लिए यही काफी होता है कि कोई उनका नोटिस ले रहा है, कोई है जिसे वह जमाने को दिखाकर अपना कह सकती हैं। उन्हें लगता है कि संबंध विशेष बन जाएं, तो व्यक्ति बदल भी सकता है।
दूसरी ओर खराब व्यक्ति दिमागी चाल चलने में खासे निपुण होते हैं। वह महिलाओं को यह विश्वास दिला देते हैं कि उनमें (महिलाओं में) कुछ कमी या खराबी है। महिला जल्द ही यह सोचने लगती है कि वह किसी लायक नहीं है और वह खराब व्यक्ति ही उसके बारे में सब कुछ जानता है। वह महिला के बारे में अधिक पोजेसिव हो जाता है और उसकी हर मूव पर हुक्मरानी करता है। इससे महिला को यह अहसास होता है कि कोई उसकी देखभाल कर रहा है, उससे प्यार कर रहा है। वह महिला के आत्मविश्वास को इतना डिगा देता है कि वह अपनी असल की मात्र परछाईं बनकर रह जाती है। राब व्यक्तियों के प्रति आकर्षित होने वाली महिलाओं का व्यक्तित्व होता है यानी वह किसी के सहारे से ही जीना चाहती हैं और चाहती हैं कि कोई उन पर राज करे।
यह बात अमूमन उन महिलाओं में आ जाती है जो बचपन में अपने प्रभावशाली पिता की हुक्मरानी में रही हों। पिता की हुक्मरानी से वह इतनी त्रस्त होती हैं कि बाद के वर्षों में सब-कॉन्शसली ऐसे पुरुषों की तलाश में रहती हैं जो उन पर राज करें। फिर यह एक पैटर्न बन जाता है क्योंकि इससे उन्हें सुरक्षा का अहसास भी होता है। ऐसी भी महिलाएं हैं जो कभी कोई फैसला ही नहीं लेना चाहती क्योंकि उनमें बुनियादी आत्मविश्वास की कमी होती है। एक बात और ध्यान रहे, खराब व्यक्ति अलग किस्म का और दिलचस्प भी होता है। वह तन्मयता से महिला का पीछा करेगा, उस पर ध्यान देगा और अचानक उसे छोड़ देगा। वह जुड़ेगा और फिर अलग होगा और फिर जुड़ेगा, इससे महिला रिश्ते की हकीकत का अंदाजा ही लगाती रहती है, उसे यह स्थिति दिलचस्प भी लगती है और उसे लगता है कि यह चुनौतीपूर्ण भी है। पुरुष के ध्यान को वापस हासिल करने को वह चुनौती के रूप में लेती है।
ज्यादातर खराब व्यक्ति अपने वायदे के पक्के होते हैं। महिला के समक्ष जो चुनौती होती है उसे वह इतना बढा लेती है कि अपनी पूरी शख्सियत को ही बदल देती है ताकि पुरुष से फॉर्मल फायदा हासिल हो सके। खराब व्यक्ति का विद्रोही स्वभाव होता है। महिला भी इसमें हिस्सेदार हो जाती है क्योंकि अंदर ही अंदर वह भी अपने परिवार और पूरी दुनिया के खिलाफ बगावत करना चाहती है। दरअसल, प्रतिबंध में जबरदस्त आकर्षण होता है। जिस चीज को मना किया जाये उसे करने की इच्छा ज्यादा होती है। खराब व्यक्ति की तरफ जाने को हर कोई मना करता है और यही बात महिला को उसकी ओर आकर्षित करती है।