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- पुरुषो के मुक़ाबले गप्पबाजी में महिलाओं का कोई सानी नहीं….
Posted by : achhiduniya
02 July 2016
आमतौर
पर महिलाएं अपना घरेलू कामकाज करने के बाद अपना खाली समय दूसरों के संबंध में
बातचीत करके गुजारती है। महिलाओं को यह समझना चाहिए कि बातचीत करते समय किसी के भी
संबंध में अप्रिय, अभद्र बातें करना उसके लिए तो महज एक
मनोरंजन हो सकता है, लेकिन इससे दूसरे व्यक्ति की छवि पर
बेहद नकारात्मक असर पड़ता है। वह इसके संबंध में बेहद लापरवाह होती हैं। याद रखें,
गप्पबाजी करना सिर्फ समय गुजारने का एक साधारण सा तरीका नहीं होता
उसके भी सार्थक मायने होने जरूरी हैं। आपस में गप्पबाजी करते समय महिलाओं को समझना
चाहिए कि भले ही यह उनके वक्त काटने का एक जरिया हो, बोरियत
को कम करने का उनके पास मौजूद सीधा-सरल उपाय हो।
एक दूसरे की बुराई भले ही वह रस लेकर सुनें या बताएं लेकिन जिनके संबंध में वह निगेटिव बातचीत करती हैं इससे उसकी छवि काफी धूमिल होती है। निंदा रस की जिन बातों से वह आनंदित होती हैं, जिसे शिकार बनाया जाता है वह उन्हें सुनकर बेहद आहत होता है। महिलाएं जिस बात को बताकर किसी दूसरे से उसे न बताने की बात कहती हैं, अक्सर वही बात दूसरी औरत अन्य औरत को बताती हैं, लेकिन महिलाओं की गप्पबाजी की आदत कई बार खतरनाक मोड़ ले लेती है। कई महिलाएं आगे-पीछे की परवाह किए बगैर आपस में बतियाते हुए सीमाओं का उल्लंघन करती हैं। महिलाएं गप्पबाजी के दौरान, सूचनाओं के आदान-प्रदान में प्राय: उन महिलाओं को निशाना बनाती हैं जो उनके बीच मौजूद नहीं होतीं। एक दूसरे से ईष्र्या की भावना दूसरे के संबंध में भ्रामक सूचनाएं फैलाने के लिए उकसाती है।
आमतौर पर महिलाएं आपस में गप्पबाजी करते हुए भावनाओं के आवेग में बहकर या महत्वपूर्ण सूचनाओं की ज्ञाता होने का गौरव हासिल करने की होड़ में एक दूसरे के संबंध में अक्सर अप्रिय बातें करती हैं। किसी की छवि को खराब करने के लिए फैलाए जाने वाले रय़ूमर से उस व्यक्ति को काफी कष्ट होता है। महिलाओं में यदि किसी बात पर तू-तू मैं-मैं हो जाए तो गुस्से के आवेश में दोनों तरफ से सभी बातें कह दी जाती हैं, जिससे दोनों के बीच संबंधों की खाई और ज्यादा गहरी हो जाती है। विभिन्न अध्ययनों से यह बात उभरकर आई है कि गप्पबाजी की शुरुआत और उसके विस्तार लेने के पीछे बड़ी वजह रही है-मनुष्य के एक दूसरे के साथ के सरोकार जिस किसी व्यक्ति के पास कोई रहस्य होता है वह उस रहस्य को सभी को बताने के लिए हर समय उत्साहित रहता है। महिलाओं पर यह बात खासतौर पर लागू होती है। जिसके पास किसी के संबंध में सूचना होती है वह सूचना का स्रोत होता है।
उनकी बातचीत में भागीदारी करने वाली महिला का तहेदिल से स्वागत किया जाता है। इस गप्पबाजी की सबसे बड़ी विशेषता होती है कि जो उस ग्रुप में शामिल नहीं होती उसी के संबंध में अप्रिय बातें की जाती हैं। इसलिए कोई भी खास समय में सुनने वाली महिला अगली बार की बातचीत का केन्द्र बिंदु हो सकती है। महिलाएं दूसरे के संबंध में जो भी जानकारी शेयर करती हैं उनका मकसद किसी की छवि खराब करना कतई नहीं होता। यह उनकी बातचीत की एक विशिष्ट शैली होती है। बैठे-ठाले किसी के संबंध में भ्रामक सूचनाएं फैलाना, उसके लिए बेहद पीड़ादायक होता है जिसके संबंध में ऐसी सूचनाएं फैलाई जाती हैं।
एक दूसरे की बुराई भले ही वह रस लेकर सुनें या बताएं लेकिन जिनके संबंध में वह निगेटिव बातचीत करती हैं इससे उसकी छवि काफी धूमिल होती है। निंदा रस की जिन बातों से वह आनंदित होती हैं, जिसे शिकार बनाया जाता है वह उन्हें सुनकर बेहद आहत होता है। महिलाएं जिस बात को बताकर किसी दूसरे से उसे न बताने की बात कहती हैं, अक्सर वही बात दूसरी औरत अन्य औरत को बताती हैं, लेकिन महिलाओं की गप्पबाजी की आदत कई बार खतरनाक मोड़ ले लेती है। कई महिलाएं आगे-पीछे की परवाह किए बगैर आपस में बतियाते हुए सीमाओं का उल्लंघन करती हैं। महिलाएं गप्पबाजी के दौरान, सूचनाओं के आदान-प्रदान में प्राय: उन महिलाओं को निशाना बनाती हैं जो उनके बीच मौजूद नहीं होतीं। एक दूसरे से ईष्र्या की भावना दूसरे के संबंध में भ्रामक सूचनाएं फैलाने के लिए उकसाती है।
आमतौर पर महिलाएं आपस में गप्पबाजी करते हुए भावनाओं के आवेग में बहकर या महत्वपूर्ण सूचनाओं की ज्ञाता होने का गौरव हासिल करने की होड़ में एक दूसरे के संबंध में अक्सर अप्रिय बातें करती हैं। किसी की छवि को खराब करने के लिए फैलाए जाने वाले रय़ूमर से उस व्यक्ति को काफी कष्ट होता है। महिलाओं में यदि किसी बात पर तू-तू मैं-मैं हो जाए तो गुस्से के आवेश में दोनों तरफ से सभी बातें कह दी जाती हैं, जिससे दोनों के बीच संबंधों की खाई और ज्यादा गहरी हो जाती है। विभिन्न अध्ययनों से यह बात उभरकर आई है कि गप्पबाजी की शुरुआत और उसके विस्तार लेने के पीछे बड़ी वजह रही है-मनुष्य के एक दूसरे के साथ के सरोकार जिस किसी व्यक्ति के पास कोई रहस्य होता है वह उस रहस्य को सभी को बताने के लिए हर समय उत्साहित रहता है। महिलाओं पर यह बात खासतौर पर लागू होती है। जिसके पास किसी के संबंध में सूचना होती है वह सूचना का स्रोत होता है।
उनकी बातचीत में भागीदारी करने वाली महिला का तहेदिल से स्वागत किया जाता है। इस गप्पबाजी की सबसे बड़ी विशेषता होती है कि जो उस ग्रुप में शामिल नहीं होती उसी के संबंध में अप्रिय बातें की जाती हैं। इसलिए कोई भी खास समय में सुनने वाली महिला अगली बार की बातचीत का केन्द्र बिंदु हो सकती है। महिलाएं दूसरे के संबंध में जो भी जानकारी शेयर करती हैं उनका मकसद किसी की छवि खराब करना कतई नहीं होता। यह उनकी बातचीत की एक विशिष्ट शैली होती है। बैठे-ठाले किसी के संबंध में भ्रामक सूचनाएं फैलाना, उसके लिए बेहद पीड़ादायक होता है जिसके संबंध में ऐसी सूचनाएं फैलाई जाती हैं।