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- प्राथमिक उपचार [फस्र्ट एड] मे न करे लापरवाही....
Posted by : achhiduniya
14 July 2016
फस्र्ट
एड के बारे में सबको जानकारी रखने की जरूरत है क्योंकि इमरजेंसी की स्थिति में यह
बड़े काम का साबित होता है। खून बहने, सांस लेने में परेशानी, जहरीले कीडे. या सांप के काटने जैसी स्थिति में फस्र्ट एड जीवनरक्षक की
तरह कार्य करता है। ऐसे में फस्र्ट एड को और भी सावधानी से करने की जरूरत होती है
क्योंकि जरा सी चूक बड़ा नुकसान पहुंचा सकती है। चोट लगने पर सबसे पहला काम हम करते
हैं फस्र्ट एड का। उसके बाद ही चोट की गंभीरता या परेशानी को देख कर आगे कदम बढाते
हैं। आम तौर पर फस्र्ट एड घर पर या दुर्घटना वाली जगह पर किया जाता है जब तक कि
पीड़ित को अस्पताल तक न पहुंचाया जाए। जलने के इलाज में देरी:- जले हुए जख्म पर सीधे बर्फ से सिंकाई नहीं करनी
चाहिए। जली हुई जगह को नल के नीचे बहते हुए पानी में कुछ देर के लिए रखें। इससे
ठंडक मिलेगी और जलन से राहत भी।
सबसे पहले धोएं हाथ:- यदि आप एंटी सेप्टिक लोशन से अपने जख्म को धो रहे हैं तो फस्र्ट एड का इस्तेमाल करने से पहले अपने हाथों को सही तरीके से धोएं। यह घायल व्यक्तित के इन्फेक्शन को रोकने का काम करता है। गर्म सेंक करते हैं:-आम तौर पर ऐसा लगता है कि चोट लगने या सूजन होने पर गर्म सेंक करने से राहत मिल जाती है लेकिन गर्म सेंक से सूजन और बढ जाती है और हीलिंग में वक्त लगता है। हीट पैचेस की जगह उस हिस्से पर कुछ देर बर्फ रख देने से अधिक आराम मिलेगा क्योंकि बर्फ से सूजन तत्काल कम हो जाती है। मिरगी का दौरा पड़ने पर:- मिरगी का अटैक आने पर रोगी अपना मुंह बड़ी ताकत से बंद कर लेता है जिससे उसकी जीभ कटने का डर रहता है। लेकिन ऐसे में रोगी के दांतों और जीभ को बचाने के लिए मुंह में बाहर से कोई चीज डालना सही नहीं है। इससे जबडो का फ्रैक्चर हो सकता है, दांत घिस सकते हैं और मुंह में चोट भी लग सकती है। इसकी जगह रोगी को किसी आरामदायक जगह पर लिटाएं और उसके सिर के नीचे तकिया लगा कर तुरंत चिकित्सा सहायता लें।
जबरन उल्टी करवाना:- बिना यह जाने कि व्यक्तिको किस प्रकार की पॉइजनिंग हुई है, पहले उसे जबरन उल्टी करवाना नुकसानदायक हो सकता है। यदि कोई व्यक्ति तीव्र असर वाले जहर के संपर्क में आया हो और वह जबरन उल्टी करे तो उसकी श्वसन नली और फेफड़े जल सकते हैं। जबरन उल्टी करने से जहर फेफडो और रक्त में प्रवेश कर जाता है। इससे तत्काल मौत भी हो सकती है। बांध देते हैं पट्टी:- अक्सर यह देखने में आता है कि लोग चोट लगने पर खून का बहाव रोकने के लिए उससे थोड़े नीचे कस कर पट्टी जैसी या पतली रस्सी बांध देते हैं, लेकिन खून का बहाव इस तरह रोकने से और अधिक नुकसान होने का खतरा रहता है। इससे बेहतर है कि स्टराइल कपड़े को चोट वाले हिस्से के ऊपर बांधें ताकि खून का बहाव रोका जा सके। सांप के काटने पर:- जख्म के ऊपर पट्टी लगाने के बजाय उससे थोड़े नीचे की ओर उसे बांधना सांप काटने की स्थिति में उचित होता है।
सबसे पहले धोएं हाथ:- यदि आप एंटी सेप्टिक लोशन से अपने जख्म को धो रहे हैं तो फस्र्ट एड का इस्तेमाल करने से पहले अपने हाथों को सही तरीके से धोएं। यह घायल व्यक्तित के इन्फेक्शन को रोकने का काम करता है। गर्म सेंक करते हैं:-आम तौर पर ऐसा लगता है कि चोट लगने या सूजन होने पर गर्म सेंक करने से राहत मिल जाती है लेकिन गर्म सेंक से सूजन और बढ जाती है और हीलिंग में वक्त लगता है। हीट पैचेस की जगह उस हिस्से पर कुछ देर बर्फ रख देने से अधिक आराम मिलेगा क्योंकि बर्फ से सूजन तत्काल कम हो जाती है। मिरगी का दौरा पड़ने पर:- मिरगी का अटैक आने पर रोगी अपना मुंह बड़ी ताकत से बंद कर लेता है जिससे उसकी जीभ कटने का डर रहता है। लेकिन ऐसे में रोगी के दांतों और जीभ को बचाने के लिए मुंह में बाहर से कोई चीज डालना सही नहीं है। इससे जबडो का फ्रैक्चर हो सकता है, दांत घिस सकते हैं और मुंह में चोट भी लग सकती है। इसकी जगह रोगी को किसी आरामदायक जगह पर लिटाएं और उसके सिर के नीचे तकिया लगा कर तुरंत चिकित्सा सहायता लें।
जबरन उल्टी करवाना:- बिना यह जाने कि व्यक्तिको किस प्रकार की पॉइजनिंग हुई है, पहले उसे जबरन उल्टी करवाना नुकसानदायक हो सकता है। यदि कोई व्यक्ति तीव्र असर वाले जहर के संपर्क में आया हो और वह जबरन उल्टी करे तो उसकी श्वसन नली और फेफड़े जल सकते हैं। जबरन उल्टी करने से जहर फेफडो और रक्त में प्रवेश कर जाता है। इससे तत्काल मौत भी हो सकती है। बांध देते हैं पट्टी:- अक्सर यह देखने में आता है कि लोग चोट लगने पर खून का बहाव रोकने के लिए उससे थोड़े नीचे कस कर पट्टी जैसी या पतली रस्सी बांध देते हैं, लेकिन खून का बहाव इस तरह रोकने से और अधिक नुकसान होने का खतरा रहता है। इससे बेहतर है कि स्टराइल कपड़े को चोट वाले हिस्से के ऊपर बांधें ताकि खून का बहाव रोका जा सके। सांप के काटने पर:- जख्म के ऊपर पट्टी लगाने के बजाय उससे थोड़े नीचे की ओर उसे बांधना सांप काटने की स्थिति में उचित होता है।