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- MP पुलिस का सरहानिय कदम....
Posted by : achhiduniya
22 April 2018
देश के लोगो मे पुलिस की
क्षवि को लेकर गलत धारणा है,लेकिन मध्य प्रदेश की पुलिस ने बुजुर्गों को सुरक्षा, स्वास्थ्य
सुविधा और सम्मान मिले, इसके लिए इंदौर पुलिस ने अनूठा
प्रयोग किया है। पिछले दिनों इंदौर में ऐसे कई बुजुर्गों के साथ वारदातें हुई हैं,
जो अकेले रहा करते थे। पुलिस ने नारा दिया है, 'बुजुर्ग हैं मगर अकेले नहीं'। पुलिस की इस मुहिम से
बुजुर्ग लगातार जुड़ रहे हैं और वे अपने आपको सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। यहां
बुजुर्गो के 'सिल्वर कार्ड' बनाए जा
रहे हैं, जो उन्हें सुरक्षा के साथ स्वास्थ्य सुविधाएं
मुहैया कराने में मददगार साबित हो रहे हैं। इंदौर के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी)
हरिनारायण चारी मिश्रा ने कहा, यहां बड़ी संख्या में ऐसे
बुजुर्ग हैं, जिनके बेटे विदेशों में बस गए हैं और वे यहां
अकेले हैं।
इस हाल में उन बुजुर्गों के लिए सुरक्षा और स्वास्थ्य सुविधा बड़ी समस्या है। इसी के मद्देनजर पुलिस ने सिल्वर कार्ड तैयार किया है। अब तक 19 हजार बुजुर्गों के सिल्वर कार्ड बन चुके हैं। उन्होंने कहा, सिल्वर कार्ड वाले बुजुर्गों को पुलिस सुरक्षा के साथ बसों, हवाईजहाज, अस्पताल और पैथोलॉजी में विशेष सुविधा के साथ छूट दी जाती है। सामुदायिक पुलिसिंग के नोडल अधिकारी और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रशांत चौबे ने बताया, पुलिस कोशिश कर रही है कि समाज में बुजुर्गों को सम्मान मिले और उनकी समस्या का निदान हो। इसमें सामाजिक सहयोग भी लिया जा रहा है। बुजुर्गों से फोन पर भी संपर्क कर उनको सहायता मुहैया कराई जाती है। बुजुर्गों को बेहतर सुविधा और सुरक्षा दिलाने के लिए 'सीनियर सिटीजन पुलिस पंचायत' बनाई गई है। इसके तहत प्रत्येक बुजुर्ग को एक आवेदन प्रपत्र भरना होता है, जिसमें उसे अपना सारा ब्यौरा देना होता है, उसके बाद ही उसे सिल्वर कार्ड जारी किया जाता है।
इस हाल में उन बुजुर्गों के लिए सुरक्षा और स्वास्थ्य सुविधा बड़ी समस्या है। इसी के मद्देनजर पुलिस ने सिल्वर कार्ड तैयार किया है। अब तक 19 हजार बुजुर्गों के सिल्वर कार्ड बन चुके हैं। उन्होंने कहा, सिल्वर कार्ड वाले बुजुर्गों को पुलिस सुरक्षा के साथ बसों, हवाईजहाज, अस्पताल और पैथोलॉजी में विशेष सुविधा के साथ छूट दी जाती है। सामुदायिक पुलिसिंग के नोडल अधिकारी और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रशांत चौबे ने बताया, पुलिस कोशिश कर रही है कि समाज में बुजुर्गों को सम्मान मिले और उनकी समस्या का निदान हो। इसमें सामाजिक सहयोग भी लिया जा रहा है। बुजुर्गों से फोन पर भी संपर्क कर उनको सहायता मुहैया कराई जाती है। बुजुर्गों को बेहतर सुविधा और सुरक्षा दिलाने के लिए 'सीनियर सिटीजन पुलिस पंचायत' बनाई गई है। इसके तहत प्रत्येक बुजुर्ग को एक आवेदन प्रपत्र भरना होता है, जिसमें उसे अपना सारा ब्यौरा देना होता है, उसके बाद ही उसे सिल्वर कार्ड जारी किया जाता है।

