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- बजट को लेकर कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन लड़खड़ाया....
Posted by : achhiduniya
16 June 2018
वित्त वर्ष 2018-19 के लिए नया पूर्ण बजट पेश करने पर कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन के दोनों दलों की अलग-अलग राय है। कांग्रेस ने कहा है कि नए बजट की जरूरत नहीं है और जोर दिया है कि इसकी जगह पूरक बजट लाया जाना चाहिए। जबकि जेडीएस ने कहा है कि नई सरकार के आगे की दिशा के लिए नए बजट की जरूरत है। नए बजट की पैरवी करते हुए मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा वह मुद्दे पर समाधान के लिए जल्द कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे। कुमारस्वामी ने कहा, जब भी नई सरकार सत्ता में आती है, तो उसे प्रदर्श्ति करना होता है कि उसके लक्ष्य क्या हैं। हम पूरक बजट नहीं लाना चाहेंगे क्योंकि सरकार के सामने कई नई चुनौतियां हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के साथ-साथ जेडीएस ने भी कई नए कार्यक्रम चलाने का वादा किया है। पूरक बजट इनके लिए पर्याप्त नहीं होगा।
एक प्रश्न के जवाब में, कुमारस्वामी ने कहा,कांग्रेस द्वारा इस सरकार को पांच सरकार तक चलाने का निर्णय लिए जाने के बाद यह उनकी इच्छा है कि वे सरकार को केवल 5 वर्ष ही नहीं 10 साल या 15 साल तक चलने दे। जैसा कि कांग्रेस और एनसीपी का गठबंधन महाराष्ट्र में रहा। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस-जेडीएस समन्वय समिति के अध्यक्ष सिद्धरमैया ने नया पूर्ण बजट पेश करने पर आपत्ति जताते हुए कहा कि ऐसे कदम की कोई जरूरत नहीं है। कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरमैया ने कहा कि कुछ महीने पहले वह मुख्यमंत्री के रूप में बजट पेश कर चुके हैं। उन्होंने कुमारस्वामी को सलाह दी कि अगर वह कुछ परियोजनाएं लाना चाहते हैं और कुछ कार्यक्रम शुरू करना चाहते हैं तो वह पूरक बजट ला सकते हैं। सिद्धरमैया के सुझाव पर प्रतिक्रिया जताते हुए दिल्ली में कुमारस्वामी ने संवाददाताओं से कहा कि नई सरकार को लोगों को अपना लक्ष्य प्रदर्शित करना होता है। कुमारस्वामी ने सिद्धारमैया को उनके पिछले बयान के बारे में याद दिलाया कि यदि नई सरकार चुनाव के बाद आती है, तो नया बजट पेश किया जा सकता है। उन्होंने कहा,आज जेडीएस और कांग्रेस की गठबंधन सरकार है। सामान्य तौर पर जब नई सरकार सत्ता में आती है तब यह उसका कर्तव्य है कि वह बेहतर बजट पेश करे और लोगों को इसके जरिये संदेश भेजे। कांग्रेस का कहना है कि नए बजट के बजाय पूरक बजट की लाया जाना चाहिए जबकि जेडीएस ने कहा है कि नए बजट की जरूरत है।

