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- मेनका गांधी के जानकारी मे कमी की वजह से यह विवाद उपजा है....वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार
Posted by : achhiduniya
06 November 2018
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने आधिकारिक
तौर पर ‘टी
वन’ के
नाम से जानी जाने वाली बाघिन की वीभत्स हत्या को लेकर महाराष्ट्र सरकार की निंदा
की थी। उन्होंने इसे सीधा अपराध का मामला बताया था। मेनका गांधी के बयान पर
महाराष्ट्र के वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने बाघिन अवनि की हत्या को लेकर आपत्ति
जताई है। उन्होंने कहा कि मेनका के पास इस मुद्दे को लेकर सूचना की कमी है। ऐसे
में अगर वह चाहती हैं तो वह इस मामले में उच्च स्तरीय जांच की आदेश दे सकती हैं।
मुनगंटीवार का यह बयान केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री
द्वारा राज्य सरकार की गई आलोचना के बाद आया है।
इस बाघिन के बारे में बताया जा
रहा है कि पिछले दो साल में उसने 13 लोगों को मार दिया था। अवनि के दो शावक हैं जो
दस महीने के हैं।यवतमाल जिले के बोराटी
जंगल में शार्प शूटर असगर अली ने एक अभियान के तहत शुक्रवार की रात इस बाघिन को
मार गिराया था। बाघिन अवनि की मौत पर मेनका ने कई ट्वीट किए थे और कई पक्षों के
विरोध के बावजूद उसे मारने का आदेश देने पर महाराष्ट्र सरकार की कड़ी निंदा की थी। उन्होंने कहा था कि वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस के सामने यह
मामला बड़ी प्रखरता से उठाएंगी।
मुनगंटीवार ने मेनका गांधी की अलोचना पर कहा कि उनकी जानकारी की कमी की वजह से यह विवाद उपजा है। उन्होंने कहा कि एक मंत्री के तौर पर न तो उनके पास और न ही उनके विभाग के किसी भी सचिव के पास इस तरह की हत्या का आदेश देने का अधिकार होता है। ऐसे फैसले राष्ट्रीय बाघ संरक्षण अधिकरण (एनटीसीए) के दिशा-निर्देशों के तहत लिए जाते हैं। मुनगंटीवार ने कहा,मेनका गांधी को जानवरों से प्रेम है। हालांकि वह महिला एवं बाल विकास मंत्री हैं। मुझे उन महिलाओं के बारे में सोचना था जिन्हें बाघिन ने अपना शिकार बनाया था। राज्य के वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि अगर मेनका गांधी सही समझें तो वे एनटीएस के दिशा-निर्देशों में बदलाव का सुझाव दे सकती हैं।
मुनगंटीवार ने मेनका गांधी की अलोचना पर कहा कि उनकी जानकारी की कमी की वजह से यह विवाद उपजा है। उन्होंने कहा कि एक मंत्री के तौर पर न तो उनके पास और न ही उनके विभाग के किसी भी सचिव के पास इस तरह की हत्या का आदेश देने का अधिकार होता है। ऐसे फैसले राष्ट्रीय बाघ संरक्षण अधिकरण (एनटीसीए) के दिशा-निर्देशों के तहत लिए जाते हैं। मुनगंटीवार ने कहा,मेनका गांधी को जानवरों से प्रेम है। हालांकि वह महिला एवं बाल विकास मंत्री हैं। मुझे उन महिलाओं के बारे में सोचना था जिन्हें बाघिन ने अपना शिकार बनाया था। राज्य के वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि अगर मेनका गांधी सही समझें तो वे एनटीएस के दिशा-निर्देशों में बदलाव का सुझाव दे सकती हैं।