- Back to Home »
- Judiciaries »
- सरकारों को आईना दिखाने के लिए यौन शोषित-बलात्कार पीड़िताओं ने शुरू किया डिग्निटी मार्च….
Posted by : achhiduniya
22 December 2018
देश मे महिलाओ पर हो रहे यौन अत्याचारो के बड़ते अपराधो की तरफ सरकार का ध्यान आकर्षित करने व उन पर लगाम लगाने के साथ दोषी को कड़ी से कड़ी सजा दिलाए और यौन शोषित-बलात्कार पीड़िताओं को समाज मे सम्मान के साथ जीने का हक दिलाने के लिए देशभर से आईं 5,000 से ज्यादा यौन उत्पीड़न पीड़िताओं ने गुरुवार से 65 दिवसीय 'डिग्निटी मार्च (गरिमा मार्च)' शुरू किया। इस मार्च का आयोजन एक गैर सरकारी संगठन 'राष्ट्रीय गरिमा अभियान' ने किया है। यह मार्च 24 राज्य/केंद्र शासित क्षेत्र के 200 से ज्यादा जिलों से गुजरेगा और 10,000 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय करेगा।
अभियान
के संयोजनकर्ता आशिफ शेख ने कहा कि यौन उत्पीड़न की 5,000 पीड़िताएं अपनी तरह के अनोखे इस मार्च के जरिए
अपनी मांगों को रेखांकित करेंगी। इस मार्च की शुरुआत यहां सोमैया ग्राउंड से हुई। कार्यकर्ता
भंवरी देवी ने मार्च से एक दिन पहले एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि केंद्र, राज्य सरकार सहित कानून प्रवर्तन एजेंसियों को
यौन उत्पीड़न की पीड़िताओं की गरिमा और 'नारीत्व' की रक्षा करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस
मार्च का आयोजन करके और इसमें हिस्सा लेकर हम सभी सरकारों को आईना दिखाना चाहते
हैं कि कुछ भी नहीं बदला है। हमारी तरह अगर कोई भी पीड़िता यौन उत्पीड़न के खिलाफ
आवाज उठाती है तो हमें अब भी कई तरह की अग्नि परीक्षाओं से गुजरना पड़ता है।
हम
प्रत्येक बलात्कारी को जेल के पीछे और पीड़िता को सम्मान के साथ सिर ऊंचा किए हुए
देखना चाहते हैं। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले की जेल में रह चुकी एक अन्य बलात्कार
पीड़िता ने कहा कि वह अपने साथ हुए बलात्कार का विरोध करने की कीमत अब भी चुका रही
है। उसका कहना है कि जहां कहीं भी वह जाती है, उसे सामाजिक
रूप से बहिष्कृत किया जाता है। उसने कहा कि इस सबके बावजूद हम हार नहीं मानेंगे। शेख का कहना है कि यौन हिंसा के अधिकांश मामलों
में महिलाओं को ही दोषी ठहराया जाता है।
पीड़ित महिलाओं का कहना था कि वे 'मीटू' अभियान को और
आगे ले जाकर जमीनी धरातल पर ले जाएंगी। इस मार्च का समापन 22 फरवरी को नई दिल्ली
में होगा। इस दौरान अभिनेत्री टिस्का चोपड़ा, सुधा चंद्रन, स्टॉप एसिड अटैक्स की अभियानकर्ता लक्ष्मी
अग्रवाल, कार्यकर्ता और दुष्कर्म पीड़िता भंवरी देवी
मौजूद थीं।



