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- चुनावों में हो रहा अब भी कालेधन का इस्तेमाल....पूर्व चुनाव आयुक्त ओपी रावत
Posted by : achhiduniya
03 December 2018
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने कहा कि हमने पांच राज्यों के हालिया चुनावों के दौरान भी 200 करोड़ रुपए की रिकॉर्ड रकम सीज की है। इसका मतलब यह है कि चुनावों के दौरान जिस सोर्स से पैसा चुनावों में आ रहा है, वह बेहद प्रभावी है और नोटबंदी का उस पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। मुख्य चुनाव आयुक्त पद पर आसीन रहे ओपी रावत 1 दिसंबर 2018 को रिटायर हो गए और उनकी जगह सुनील अरोड़ा को नया मुख्य चुनाव आयुक्त बनाया गया है। ओपी रावत का मुख्य चुनाव आयुक्त के तौर पर कार्यकाल एक साल का रहा और इस दौरान उन्होंने त्रिपुरा, मेघालय, नगालैंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में चुनाव कराए। ओपी रावत ने कहा कि नोटबंदी के बाद अनुमान लगाया जा रहा था कि चुनावों में कालेधन का इस्तेमाल बंद हो जाएगा, लेकिन ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला।
उन्होंने
कहा कि पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनावों को देखते हुए अंदाजा लगाया जा
सकता है कि राजनीतिक पार्टियों और उनके फाइनेंसरों के पास पैसे की कोई कमी नहीं है।
चुनाव में जिस तरह से पैसे का इस्तेमाल हो रहा है
वह कालाधन ही है। सीआईसी रहते हुए ओपी रावत का कार्यकाल काफी व्यस्त रहा, क्योंकि एक साल से भी कम समय के अंदर 9 राज्यों में चुनाव हुए। अपने कार्यकाल के दौरान
ओपी रावत विवादों में भी रहे। उन पर अक्टूबर में पांच राज्यों में होने वाले
चुनावों की तारीखों का ऐलान करने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस में देरी करने से लेकर
दिल्ली के मतदाताओं का नाम वोटर लिस्ट से हटाने तक के आरोप लग चुके हैं।

