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- पानी कम पीने व खड़े होकर पीने के क्या नफे-नुकसान से वाकिफ है आप..?
Posted by : achhiduniya
12 January 2019
सेहत के लिए पानी उतना ही जरूरी है जितना की खाना प्यास हम सभी
को लगती है। खाना खाने के बाद या उससे पहले। आज मुद्दा ये नहीं कि पानी कितना पीना
चाहिए। बल्कि ये है कि इसे खड़े होकर पीना चाहिए या बैठकर। इसे अगर खड़े होकर पी
रहे हैं तो इसके नुकसान क्या हैं...? बैठेकर पी रहे
हैं तो फायदे क्या हैं। पहले आपको बताते हैं पानी पूरे दिन में कितना पीना चाहिए।
यूं तो पानी पीना एक अच्छी आदत होती है। इससे कई रोग दूर होते हैं। पानी पीने से
शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं और इंफ्लेमेशन,गंदे वायरस
शरीर में नहीं रुकते। मौसम में बदलाव आने से सर्दी-जुकाम की समस्या को भी पानी ही
दूर करता है। बात आती है पानी की मात्रा
की तो रोज दो से ढ़ाई लीटर पानी पीना आपकी सेहत के लिए आवश्यक है। खाना खाने के
तुरंत बाद क्यों नहीं पीना चाहिए पानी कहते हैं कि खाना खाने के तुरंत बाद पानी
पीने से पाचन क्रिया पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
खाना खाने के तकरीबन आधे से एक घंटे
तक पानी नहीं पीना चाहिए। पाचन क्रिया कमजोर होती है और ये सेहत के लिए नुकसानदेह
होता है। खाने के तुरंत बाद पानी पीने से पेट में भोजन के साथ गैस्ट्रिक जूस बनने
लगता है जिससे पेट और सीने में जलन के अलावा खाना ठीक से पच नहीं पाता है। वहीं
अगर तीखा खाना खा रहे हैं तो घूंट-घूंटकर पानी पिएं। एक साथ ढेर सारा पानी पीने से
खाना पचने में दिक्कत हो सकती है। खड़े होकर पानी पीने के नुकसान:- खड़े होकर पानी
पीने के कई नुकसान होते हैं जिनमें से एक है किडनी की बीमारी और दूसरी अर्थराइटिस
की समस्या। हालांकि इसके और भी कई नुकसान है जिन्हें विस्तार से नीचे बताया है।
सबसे पहले है- पेट की बीमारी- खड़े होकर पानी पीने से तेजी से पानी फूड पाइप
द्वारा पेट में जाता है। ये आसपास के अंगों और पेट को नुकसान पहुंचाता है। पाचन
क्रिया को बिगाड़ता है। होती है अपच की समस्या- जब बैठे होते हैं तो मसल्स और
नर्वस सिस्टम रिलैक्स होती हैं। पानी आसानी से पच जाता है। जबकि खड़े होकर इसे
पीने से अपच की समस्या पैदा होती है। किडनी से जुड़ी समस्या:- किडनी का काम पानी
को सही ढंग से छानना होता है।
जब खड़े होकर पानी पीते हैं तो ये अपना कार्य ठीक
तरह से नहीं कर पाती है। कारणवश, पानी सही तरह
से छनता नहीं है। यूरीन साफ नहीं आता और गंदगी किडनी में ही रुक जाती है। इसके
चलते किडनी की समस्या,यूरीन में इंफेक्शन और जलन महसूस होती है।
अर्थराइटिस है एक और कारण:- खड़े होकर पानी पीने से पानी सीधा घुटनों में उतरता है
यानी जोड़ों में मौजूद तरह पदार्थों का संतुलन बिगड़ जाता है जिससे जोड़ों के दर्द
की समस्या होने लगती है। बैठकर पानी पीने के फायदे:- बैठकर पानी पीने से पानी सही
तरीके से पचता है और सेल्स तक पहुंचता है। जितने पानी की शरीर को जरूरत होती है
उसे सोखकर बाकी का पानी यूरीन के जरिए शरीर से बाहर निकलता है। इसमें शरीर के
टॉक्सिन्स भी शामिल रहते हैं। गरम पानी पीने से अतिरिक्त चर्बी नहीं बनती और वजन
घटता है। पानी,खून में हानिकारक तत्वों को घुलने नहीं
देता। उल्टा ये खून साफ करता है।
घूंट-घूंटकर जब पानी पीते हैं तो इससे पेट में
एसिड का स्तर नहीं बढ़ता। बल्कि खराब एसिड शरीर से बाहर निकलता है। खाली पेट पानी
पीने के फायदे:- कहते हैं सुबह अगर आप बासी मुंह पानी पीते हैं तो सेहत के काफी
फायदेमंद होता है। रात में पनपने वाले गंदे तत्व पानी के जरिए शरीर से बाहर निकलते
हैं। पूरे दिन में 8 गिलास पानी पीना सही है। वहीं अगर आप खाली पेट गुनगुना पानी
पीते हैं तो इससे भी काफी फायदा मिलता है। इससे कई बीमारियों पर काबू पाया जा सकता
है। खून साफ होता है और शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकलते हैं। चेहरे पर चमक आती
है और पानी शरीर के हर सेल को हाइड्रेट करता है। नई कोशिकाओं का निर्माण होता है
और मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है। पाचन क्रिया सही काम कर पाती है। आंतें ठीक रहती
हैं।
पेट साफ रहता है,कब्ज की शिकायत नहीं होती। कहते हैं पानी
वजन घटाने में भी मदद करता है यानी अगर आप पानी पीते रहेंगे तो शरीर से टॉक्सिन्स
निकलते रहेगें। स्किन हाइड्रेट रहेगी। फैट शरीर में नहीं जमेगा। वजन घटेगा। गले
में खराश,मासिक धर्म,आंखों, पेशाब और किडनी से जुड़ी समस्याएं कम होंगी।




