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दलितों को बसाने का ढिंढोरा पिटने वाली शिवराज सिंह सरकार दलित किसान परिवार को पीटने का काम करती है.....पूर्व सीएम व बसपा सुप्रीमो मायावती
Posted by : achhiduniya
16 July 2020
मध्यप्रदेश पुलिस की क्रूर और बर्बरता का चेहरा एक बार फिर सामने आया गुना जिले में दलित किसान परिवार की पिटाई के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। गुना में प्रशासन की ओर से अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान चलाया जा रहा था, इस दौरान जगनपुर क्षेत्र में एक किसान दंपति की बुरी तरह से पिटाई कर दी गई। किसान दंपत्ति ने पुलिस के सामने कीटनाशक पीकर उस वक्त अपनी जान देने की कोशिश की, जब स्थानीय प्रशासन की टीम ने सरकारी जमीन पर अतिक्रमण हटाने के लिए उनकी फसलों पर बुलडोजर चलाकर उन्हें नष्ट कर दिया। दंपत्ति को उनके ही बच्चों के सामने पुलिस ने बर्बरता से पीटा। इसी घटना के बाद काफी बवाल हुआ, वीडियो भी वायरल हो गया। जिसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुना के कलेक्टर और एसपी को तुरंत हटा दिया है। इसके अलावा मामले की उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए गए हैं। जिससे राज्य की सियासत भी गर्मा गई है। दलित
किसान परिवार की पिटाई को लेकर बसपा सुप्रिमों मायावती ने भी शिवराज सरकार
को घेरा है। मायावती ने ट्वीट कर कहा, मायावती
ने लिखा, मध्य प्रदेश के गुना में पुलिस व प्रशासन द्वारा अतिक्रमण के
नाम पर दलित परिवार को कर्ज लेकर तैयार की गई फसल को जेसीबी मशीन से बबार्द करके
उस दम्पत्ति को आत्महत्या का प्रयास करने को मजबूर कर देना अतिक्रूर व अति-शर्मनाक
है। इस घटना की देशव्यापी निन्दा स्वाभाविक। सरकार सख्त कार्रवाई करे। एक तरफ
भाजपा सरकार दलितों को बसाने का ढिंढोरा पीटती है वहीं, दूसरी तरफ उनको उजाड़ने की घटनाएं आम हैं। जिस प्रकार पहले
कांग्रेस पार्टी के शासन में हुआ करती थी, तो फिर
दोनों सरकारों में क्या अन्तर है? खासकर दलितों को इस बारे में
भी जरूर सोचना चाहिए। इस मामले को लेकर विपक्षी
दल सरकार पर हमलावर हैं। राजनीतिक
विश्लेषकों का मानना है, यह घटना उस इलाके की है जहां
से ज्योतिरादित्य सिंधिया सांसद रहे हैं और आगामी समय में ग्वालियर-चंबल संभाग में
16 स्थानों पर विधानसभा के उपचुनाव भी होने वाले हैं। इन
स्थितियों में कांग्रेस को बैठे बैठाए एक मुददा मिल गया है और कांग्रेस इसे पूरे
जोरशोर से उठाने में चूके भी नहीं। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने दलित परिवार के
साथ हुई ज्यादती पर सवाल उठाते हुए कहा था, क्या
ऐसी हिम्मत इन क्षेत्रों में तथाकथित जनसेवकों व रसूखदारों द्वारा कब्जा की गयी
हजारों एकड़ शासकीय भूमि को छुड़ाने के लिये भी शिवराज सरकार दिखायेगी? ऐसी घटना बर्दाश्त नहीं की जा सकती है। इसके दोषियों पर तत्काल
कड़ी कार्यवाही हो, अन्यथा कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी।