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- आपके सोने से होती है आपकी सकारात्मक व नकारात्मक सोच मजबूत व कमजोर...
Posted by : achhiduniya
13 July 2020
आज की टेंशन व भागदौड़ भरी जीवन शैली में आपकी सोच काफी मायने रखती है,यह आपको सफलता की ऊंचाइयों पर लेजा भी सकती है या असफलता
के गर्त में ढ़केल भी सकती है। इसके लिए सबसे आसान
तरीका है की आप किस दिशा में सोते है इसे जान लेना
जरूरी है। अक्सर दिन भर की थकावट के चलते हमें बिस्तर पर जल्दी नींद आ जाती है। वहीं सोने के लिए वास्तु शास्र में कुछ
तरीके बताए गये हैं, अगर आप इनको अपनाते हैं तो आपके मन में नकारात्मक विचार
आने बंद हो जाएंगे। वास्तु शास्त्र कहता है कि पूर्व या दक्षिण दिशा में सिर रखकर
सोना धर्म शास्त्रों के साथ ही सेहत के नजरिये से भी महत्वपूर्ण है। इसके उलट अगर
दक्षिण
दिशा की ओर पैर करके सोते हैं तो ये स्थिति सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डालती
है। विज्ञान के अनुसार पृथ्वी के उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों के भीतर चुंबकीय शक्ति
होती है। वहीं शारीरिक संरचना के अनुसार सिर को उत्तर और पैरों को दक्षिण दिशा
माना गया है। जब उत्तर दिशा की तरफ सिर और दक्षिण दिशा की ओर पांव रखकर सोते हैं
तो यह स्थिति प्रतिरोधक का काम करती है। विपरीत
दिशाएं एक-दूसरे को आकर्षित करती
हैं और समान दिशाएं प्रतिरोधक बन जाती हैं, जिसके
चलते सेहत और मस्तिष्क पर गहरा असर पड़ता है। यह माना गया है कि दक्षिण दिशा की ओर
पैर रखकर सोने से व्यक्ति की शारीरिक ऊर्जा खत्म होती है। इससे सुबह उठने पर अजीब
सी थकावट महसूस होती है, जबकि दक्षिण या पूर्व दिशा की
ओर सिर रखकर सोया जाए तो सुबह तरोताजा
महसूस किया जा सकता है। दक्षिण को यम और
पूर्व दिशा को देवताओं की दिशा बताया गया है। इसलिए इन दोनों दिशाओं की तरफ पैर
रखकर सोना दोष माना जाता है। ऐसे करने पर इसका नकारात्मक असर शरीर और मन दोनों पर
पड़ता है। अधिक जानकारी के लिए वास्तु विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य
ले।