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नेपाली बंदूकों की नलियों को अभी ही तोड़ देना चाहिए, अन्यथा पाकिस्तान के साथ-साथ नेपाल सीमा पर भी गोलीबारी हमेशा का सिरदर्द बन जाएगी… शिवसेना मुखपत्र सामना
Posted by : achhiduniya
21 July 2020
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना ने संपादकीय में कहा है कि फिलहाल भारत-चीन सीमा पर तनावपूर्ण शांति भले ही हो लेकिन पाकिस्तान और नेपाल सीमा, उस पार से होनेवाली गोलीबारी के कारण अशांत है। पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए गोलीबारी करना आम बात है, लेकिन अब नेपाल की ओर से भी गोलीबारी की घटनाएं बढ़ रही हैं। यह अधिक चिंताजनक है। सामना ने संपादकीय में कहा है कि दूसरी बार है जब भारत की सीमा पर गोलीबारी करके नेपाल ने साबित कर दिया है कि वो चीन और पाकिस्तान की उंगली पकड़कर ही चलेगा। एक हाथ चीनियों के हाथ में और दूसरा हाथ पाकिस्तानियों के हाथ में। सामना ने
संपादकीय में कहा है कि लद्दाख सीमा
पर चीन भले ही शांत हो, लेकिन नेपाल और पाकिस्तान से
सीमा पर गोलीबारी करवाकर हिंदुस्तान की सीमा को अशांत बनाए रखना उसकी साजिश का
हिस्सा है। नेपाल सीमा पर नेपाल द्वारा की जा रही गोलीबारी और जम्मू-कश्मीर सीमा
पर पाकिस्तान की ओर की जा रही गोलीबारी इसी साजिश का हिस्सा है। सामना ने संपादकीय में कहा है कि साल 2020 में
पाकिस्तान ने अब तक 2700 से अधिक बार संघर्ष विराम का उल्लंघन करके गोलीबारी की है।
इसमें 21 निर्दोष
भारतीय नागरिक मारे गए और 94 घायल हुए हैं। अब नेपाल की ओर से भी
गोलीबारी होने लगी है। सामना के संपादकीय
में कहा है कि पाकिस्तान ही सीमा पार से गोलीबारी करता
था, अब नेपाली बंदूकों ने भी निर्दोष भारतीयों की जान लेनी शुरू कर
दी है। हम जैसे पाकिस्तान की बंदूकों को नहीं रोक पाए, वैसा नेपाल के
मामले में न होने पाए। नेपाली बंदूकों की नलियों को अभी ही तोड़ देना चाहिए, अन्यथा पाकिस्तान के साथ-साथ नेपाल सीमा पर भी गोलीबारी हमेशा
का सिरदर्द बन जाएगी।