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श्राद्ध पक्ष या पितृ पक्ष में म्रतपूर्वजो की इस पूजा विधी से पाए पारिवारिक सुख-समृद्धि-सफलता का आशीर्वाद....
Posted by : achhiduniya
10 September 2020
अपने पूर्वजों की पूजा-उपासना श्राद्ध पक्ष या पितृ पक्ष में करनी चाहिए। इस दौरान यदि पितरों को प्रसन्न कर लिया जाए तो घर-परिवार पर उनकी कृपा बनी रहती है। साथ ही परिवार में किसी भी तरह की दु:ख तकलीफ में भी कमी आती है। पंडित और ज्योतिषाचार्यों ने श्राद्ध पक्ष में कुछ उपायों को बताया है, जिन्हें करने से पितृदोषों से मुक्ति मिलती है और आपके जीवन में सुख- संपत्ति आती है। श्राद्ध पक्ष या पितृ पक्ष 02 सितंबर से शुरु हो चुके हैं और 17 सितंबर तक चलेंगे। हर किसी की मन में इच्छा रहती है कि श्राद्ध पक्ष में अपने पितरों को कैसे प्रसन्न करें जिससे उनका आशीर्वाद प्राप्त हो और वे स्वयं और उनका परिवार सुखी एवं संपन्न रहें।
ज्योतिषाचार्य के अनुसार, प्रत्येक सनातन धर्म के मानने वाले व्यक्ति को दिन की शुरुआत अपने पितरों की तस्वीर को प्रणाम करने के साथ करें। इसके बाद उस पर फूल-माला चढ़ाएं। धूपबत्ती जलाएं और उनका आर्शीवाद लें। ऐसा करने से वह प्रसन्न होते हैं। अपने पितरों की जयंती और बरसी हमेशा याद रखें और उसे मनाना कभी भी न भूलें। इस दिन कोई न कोई आयोजन जरूर करें, भले ही छोटा सा करें। उनकी याद में खाना और मिठाईयां बांटे। इससे उनकी कृपा सदैव परिवार पर बनी रहती है। पितरों को प्रसन्न करने के लिए दान का महत्व भी बताया गया है। इसलिए अधिक से अधिक दान करें। जरूरी नहीं दान धन का ही हो आप चाहें तो किसी अन्न या वस्त्र इत्यादि जरूरत की वस्तुओं का दान भी कर सकते हैं। पितरों को प्रसन्न करने के लिए आप उनके नाम पर प्याऊ बनवाएं। इसके अलावा उनके नाम पर शमशान में बैठने की व्यवस्था करवाएं।# पितृदोषों से मुक्ति पाने के उपाय:- पितृ पक्ष में 16 दिनों में शिवलिंग पर जल में दूध मिलकर अर्पित करें। श्राद्ध पक्ष में 16 या 21 मोर पंख घर में जरुर लगाकर रखें, लाभ होगा। पितृ पक्ष में हर दिन पीपल के पेड़ पर कच्चा दूध के साथ जल मिलाकर चढ़ाना चाहिए। श्राद्ध पक्ष में ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए और घर में गीता का पाठ जब तक पितृपक्ष चल रहें हो नियमित रूप से करना चाहिए। 16 दिनों में सायं काल पानी वाला नारियल अपने ऊपर से 7 बार उतार कर, तीव्र प्रवाह वाले जल में प्रवाहित कर दें तथा पितरों से आशीर्वाद का निवेदन करें।