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- चीन को चित करने “है तैयार हम”... भारतीय सेना
Posted by : achhiduniya
15 September 2020
भारतीय सेना एक अधिकारी ने बताया कि भारत के पास
ऐसे स्ट्रैटजिक एयरलिफ्ट प्लैटफॉर्म हैं जिससे रोड कनेक्टिविटी कट भी जाए तो
भारतीय सेना और एयरफोर्स मिलकर एक-डेढ़ घंटे के भीतर ही दिल्ली से लद्दाख और
फॉरवर्ड पोस्टों तक जरूरी सामान के साथ ही सैनिकों को पहुंचा सकती है। हालांकि इसी
महीने रोहतांग टनल का उद्घाटन हो जाएगा, जिसके
बाद लद्दाख रीजन तक ऑल वेदर रोड कनेक्टिविटी भी हो जाएगी। एक सीनियर आर्मी ऑफिसर के अनुसार एलएसी पर डिप्लॉयमेंट लंबा चले
यह हम नहीं चाहते हैं, लेकिन
अगर ऐसी स्थिति बनी तो हम उसके लिए पूरी तरह तैयार हैं। उन्होंने कहा कि चीन को अगर प्रोटोकॉल का पालन करना है तो पूरी तरह करे और हर जगह फॉलो करे, सिर्फ चुनिंदा प्रोटोकॉल नहीं चल सकता। उन्होंने कहा इंडियन आर्मी हर तरह की परिस्थिति का सामना करने को तैयार है। गौरतलब है कि पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे में फिंगर एरिया पर चीन ने द्विपक्षीय समझौते का उल्लंघन किया है और अब जब पैंगोंग झील के दक्षिण किनारे में सभी अहम चोटियों पर तैनाती कर भारतीय सेना ने अपनी
स्थिति काफी मजबूत कर ली है तो चीन अब प्रोटोकॉल की दुहाई दे रहा है। आर्मी के अधिकारी ने बताया कि 9000 से 12000 फीट की ऊंचाई तक तैनात सैनिकों को एक्सट्रीम कोल्ड क्लाइमेट (ईसीसी) क्लोदिंग दी जाती है और 12000 फीट से ज्यादा ऊंचाई पर तैनात सैनिकों को स्पेशल क्लोदिंग एंड माउंटेनियरिंग इक्विपमेंट (एससीएमई) दिए जाते हैं। एक जवान को एससीएमई का खर्चा करीब 1.2 लाख रुपये तक आता है। एलएसी पर तैनात सभी सैनिकों के लिए क्लोदिंग सहित
सभी जरूरी सामान पहुंचा दिया गया है और रिजर्व स्टॉक भी भेजने का काम जारी है। सारे टेंपररी शेल्टर भी तैयार हैं। उन्होंने बताया कि फॉरवर्ड एरिया में तैनात सैनिकों को नॉर्मल राशन के अलावा स्पेशल राशन दिया जाता है। इतने हाई एल्टीट्यूट में भूख नहीं लगती लेकिन सैनिकों को पोषण और जरूरी कैलरी मिलती रहे इसके लिए हर दिन 72 आइटम में से वह अपनी पसंद की चीज चुन सकते हैं।