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- क्या है पोस्ट कोविड केयर सेंटर आखिर सरकार को क्यू खोलने पड़ रहे.....?
Posted by : achhiduniya
03 September 2020
कोविड-19 से उबर
चुके मरीजों को कई तरह की दूसरी बीमारियां हो गई हैं। ऐसे लोग जिन्होंने कोरोना
वायरस को मात दी है, उन्हें अब सिरदर्द, कमजोरी और सांस लेने में परेशानी आने लगी है। ज्यादातर मरीजों
के फेफड़ों पर सबसे बुरा असर पड़ा है। डॉक्टर्स भी अपने मरीजों को ये नहीं बता पा
रहे हैं कि ये स्थिति उनके साथ कब तक रहेगी। डॉक्टर्स के मुताबिक कोरोना वायरस के 60 प्रतिशत मरीजों की मौत फेफड़ों के नाकाम होने की वजह से होती
है। सामान्य व्यक्ति के मुकाबले कोरोना संक्रमित रह चुके मरीजों के फेफड़े काफी
कमजोर थे। भारत में भी कोरोना वायरस से ठीक हो चुके लोगों के फेफड़े पहले के
मुकाबले कमजोर हो गए हैं। आपके शरीर से कोरोना वायरस खत्म हो सकता है,लेकिन क्या सच में उसका असर कभी आपके शरीर से जा पाएगा? हो सकता है कि आप कोरोना वायरस को हरा चुके हों, हो सकता है कि आप पहले से बेहतर महसूस कर रहे हों लेकिन क्या सच
में आप फिट हैं। दुनिया में ऐसे मरीजों की तादाद बढ़ती जा रही है जो कोरोना से ठीक
तो हो गए हैं,लेकिन अब उनका शरीर पहले जैसा महसूस नहीं कर रहा है। कोरोना से
ठीक होकर घर लौट चुके मरीज अब फिर से अस्पताल में अलग अलग परेशानियों के साथ पहुंच
रहे हैं। यही वजह है कि सरकार को पोस्ट कोविड केयर सेंटर खोलना पड़ा है। यहां
पहुंचने वाले ज्यादातर मरीजों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। इसके अलावा मरीज
कई तरह की मानसिक समस्याओं से गुजर रहे हैं। अस्पताल में उन मरीजों की संख्या
ज्यादा है जिनको सांस लेने में तकलीफ हो रही है। कोरोना वायरस का सबसे बुरा असर
मरीजों को फेफड़ों पर पड़ा है। कोरोना वायरस फेफड़ों और दिमाग के साथ-