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प्लेटफार्म और लोकल ट्रेनों के भीतर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कैसे करवाएँगे..रेलवे ने महाराष्ट्र सरकार से पूछा सवाल....?
Posted by : achhiduniya
30 October 2020
आम नागरिकों द्वारा लोकल ट्रेन शुरू करने को लेकर महाराष्ट्र सरकार के भेजे गए प्रस्ताव पर मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी एके जैन ने बताया कि मध्य रेलवे की ओर से राज्य सरकार के प्रस्ताव पर जवाब भेज दिया गया है। हम ट्रेनों की संख्या बढ़ाने के लिए तैयार है,लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते राज्य सरकार से यात्रा के लिए रूपरेखा और जरूरी दिशानिर्देश तय करने को कहा गया है।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर ने बताया कि मेट्रो की तरह लोकल ट्रेनों में भी सीमित संख्या में यात्री सफर करें इसके लिए सरकार ने जरूरी नियम तय करने को कहा गया है। पश्चिम और मध्य रेलवे की ओर से भेजे गए जवाब में सरकार से इस फैसले के चलते खड़ी होने वाली चुनौतियों से आगाह किया गया है। रेलवे ने अपने जवाब में कहा है कि वह रेलगाड़ियों की संख्या बढ़ाने को तैयार है,लेकिन फिलहाल लोकल ट्रेनों में औसतन करीब 700 सौ यात्री सफर कर रहे हैं और दिन भर में रोजाना चार से पांच लाख तक यात्री लोकल ट्रेनों से सफर कर रहे हैं। वहीं लॉकडाउन से पहले हर ट्रेन में औसतन ढाई हजार यात्री सफर करते थे और एक दिन में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या करीब 45 लाख होती थी। अगर इसके आधे यात्री भी छूट के बाद सफर करेंगे, तो प्लेटफार्म और लोकल ट्रेनों के भीतर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना लगभग असंभव हो जाएगा। जनसंपर्क अधिकारी ने कहा कि कोविड संक्रमण को रोकने के लिए मौजूदा नियमों के तहत हर ट्रेन में 700 यात्रियों को सफर की इजाजत दी जा रही है। ऐसे में ट्रेनों की संख्या बढ़ाने पर भी करीब 9 लाख यात्री ही सफर कर पाएंगे। राज्य सरकार को यह सुनिश्चित करना है कि इतने ही यात्री फिलहाल सफर कर पाएं। वहीं मुंबई के पालक मंत्री असलम शेख ने कहा कि रेलवे के जवाब के बाद राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ वे बैठक कर इस पर चर्चा करेंगे और इस पर जल्द ही फैसला लिया जाएगा।