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कोराना वायरस भीड़ से ही फैलता है तो पहले राजनीतिक पार्टियों की गतिविधियां बंद कर देनी चाहिए,लॉकडाउन के खिलाफ उठने लगी आवाज....
Posted by : achhiduniya
01 April 2021
मध्य प्रदेश के भोपाल में कोरोना भयावह रूप लेता जा रहा है। वहीं भोपाल में 21 अप्रैल के बाद शादियां होने जा रही हैं, लेकिन लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू ने सभी का तनाव बढ़ा दिया है। खासकर रविवार को होने वाली शादियों को लेकर खासी परेशानी होने वाली है, क्योंकि उस लॉकडाउन होता है। लॉकडाउन वाले दिन न तो बैंड बज सकेगा और न ही बारात निकाली जा सकेगी। ऐसी परिस्थिति
में लोगों के पास शादी की तारीख आगे बढ़ाने के सिवाए कोई और चारा नहीं रह गया है। गौरतलब है कि 21 अप्रैल से शादियों के मुहूर्त शुरू हो रहे हैं। इन शादियों के लिए शहर के लगभग सभी 150 गार्डन दो महीने पहले से ही बुक हो चुके हैं, लेकिन परेशानी ये है कि कर्फ्यू रात 9 बजे से ही लगा दिया जा रहा है। इसके अलावा हर रविवार को लॉकडाउन है। ऐसे में उन लोगों के लिए परेशानी खड़ी हो गई है, जिन्होंने बुकिंग करा रखी है। सबसे अधिक वे लोग परेशान हैं, जिनके यहां 25 अप्रैल, 2 मई, 9 मई या 16 मई को शादी है, क्योंकि इन दिनों में रविवार है। इसलिए वे आगे के मुहूर्त में वैवाहिक आयोजन करने पर विचार करने लगे हैं। मैरिज गार्डन एसोसिएशन के अध्यक्ष हरीश पस्तरिया का कहना है कि पिछले एक साल से मैरिज गार्डन की बुकिंग नहीं हो रही है। अप्रैल से शादी का सीजन शुरू हो रहा है। बुकिंग भी हो रही है, लेकिन पाबंदी होने से परेशानी हो रही है। गार्डन, कैटरिंग, बैंड, घोड़ी आदि विवाह से जुड़े कारोबार से डेढ़ लाख से अधिक लोग जुड़े हुए हैं, जो पिछले एक साल से आर्थिक समस्या से जूझ रहे हैं। वर्तमान में सरकार ने मेहमानों की संख्या और भी कम कर दी है। लॉकडाउन के कारण भी दिक्कतें खड़ी होंगी। इसलिए रंगपंचमी के बाद सरकार व प्रशासन के जिम्मेदारों से मुलाकात कर पाबंदी हटाने या फिर रियायत देने की मांग करेंगे। वहीं, दूसरी ओर शादियों के सीजन में कोई बिजनेस न होते देख मैरिज गार्डन संचालक और टेंट-कैटरर व्यवसायी भी सरकार का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि अगर कोराना वायरस भीड़ से ही फैलता है तो पहले राजनीतिक पार्टियों की गतिविधियां भी बंद कर देनी चाहिए। उनका कहना है कि रंगपंचमी के बाद वे फिर सरकार और प्रशासन से अपील करेंगे।